पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को देश में निष्पक्ष चुनाव नहीं होने का डर सता रहा है। भ्रष्टाचार समेत अन्य मुकदमों में जेल में बंद इमरान खान ने चुनाव में गड़बड़ी की आशंका जाहिर की है। इमरान का कहना है कि इससे लोकतंत्र कमजोर होगा इसलिए चुनाव का पारदर्शी होना जरूरी है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने आठ फरवरी को होने वाले आम चुनाव के लिए उनकी पार्टी को समान अवसर देने की मांग करते हुए कहा कि चुनाव में निष्पक्षता की कमी से 'अस्थिरता और अनिश्चितता' का माहौल बढ़ेगा।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के संस्थापक 71 वर्षीय खान ने शनिवार को अदियाला जेल में संवाददाताओं को अनौपचारिक रूप से संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की। क्रिकेटर से राजनीतिज्ञ बने खान ने दावा किया कि उनकी पार्टी को चुनाव प्रचार करने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि प्रतिबंधों की वजह से पार्टी को जनसभाएं करने में मुश्किलें हो रही हैं। ‘डॉन’ अखबार की खबर के अनुसार उन्होंने कहा कि अधिकारी उनकी पार्टी के उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने से रोकने के लिए 'प्रताड़ित' कर रहे हैं और उन्हें हिरासत में लिया जा रहा है।
इमरान ने दी ये चेतावनी
खान ने चेतावनी दी कि अगर निष्पक्ष चुनाव नहीं कराए गए तो इससे देश में 'अस्थिरता और अनिश्चितता' बढ़ जाएगी। ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर में खान के हवाले से कहा गया है, ''चुनाव से सिर्फ तीन दिन पहले मुझे रिहा कर दो और केवल एक जनसभा करने की अनुमति दे दो और हर कोई देखेगा कि हम क्या हासिल कर सकते हैं।'' खान ने दावा किया कि देश में किसी तरह का कानून या नियम नहीं है लेकिन फिर भी वह कानून अपने हाथों में नहीं लेंगे क्योंकि वह एक राजनीतिज्ञ हैं और आखिरी बॉल तक खेलेंगे। (भाषा)
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