3 से इस बार मिले 52 प्रतिशत वोट, जानिए कौन हैं अनुरा कुमारा दिसानायके? जो बन सकते हैं श्रीलंका के अगले राष्ट्रपति
श्रीलंका के राष्ट्रपति चुनाव के वोटों की गिनती हो रही है। रविवार सुबह 7 बजे तक नेशनल पीपुल्स पावर (NPP) के उम्मीदवार अनुरा कुमारा दिसानायके को 52 प्रतिशत वोट मिले हैं। राष्ट्रपति बनने की रेस में वह सबसे आगे हैं।
श्रीलंका के राष्ट्रपति चुनाव में नेशनल पीपुल्स पावर (NPP) के अनुरा कुमारा दिसानायके ने रविवार को मजबूत बढ़त बना ली है। शनिवार को हुए मतदान में श्रीलंकाई नागरिकों ने नए राष्ट्रपति के चुनाव के लिए वोट डाला। यह 2022 के आर्थिक संकट के बाद श्रीलंका में पहला चुनाव है। राष्ट्रपति चुनाव में लगभग 75 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
अब तक दिसानायके को मिले 52 प्रतिशत वोट
रविवार सुबह 7 बजे तक घोषित किए गए परिणामों में 56 वर्षीय अनुरा कुमारा दिसानायके ने 52 प्रतिशत वोट हासिल किए, जबकि उनके करीबी प्रतिद्वंद्वी एवं मुख्य विपक्षी नेता साजिथ प्रेमदासा ने 23 प्रतिशत वोट हासिल किए। निवर्तमान राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे (75) महज 16 फीसदी वोटों हासिल कर सके हैं।
जानिए कौन हैं अनुरा कुमारा दिसानायके?
ऐसे में माना जा रहा है कि अनुरा कुमारा दिसानायके श्रीलंका के नए राष्ट्रपति हो सकते हैं। अभी तक के चुनावी परिणाम उन्हीं के पक्ष में हैं। आइये जानते हैं 56 वर्षीय अनुरा कुमारा दिसानायके कौन हैं? जो अब श्रीलंका के नए राष्ट्रपति हो सकते हैं।
स्कूल के दिनों में JVP में शामिल हुए
अनुरा कुमारा दिसानायके का जन्म 24 नवंबर, 1968 को श्रीलंका के थम्बुथेगामा में हुआ है। उनके पिता एक मजदूर और मां गृहिणी थीं। दिसानायके अपने स्कूल के दिनों में जनता विमुक्ति पेरामुना (JVP) में शामिल हो गए।
फिजिक्स से किया ग्रेजुएशन
साल 1987-1989 के जेवीपी क्रांति के दौरान वह पूरी तरह से राजनीति में शामिल हो गए। उन्होंने शुरू में पेराडेनिया विश्वविद्यालय में अध्ययन किया। इसके बाद उन्होंने 1995 में केलानिया विश्वविद्यालय से फिजिक्स की डिग्री के साथ ग्रेजुएशन किया है। दिसानायके श्रीलंका के मार्क्सवादी नेता हैं।
2004 में बने कैबिनेट मंत्री
साल 2004 में दिसानायके राष्ट्रपति चंद्रिका कुमारतुंगा की सरकार में कैबिनेट मंत्री बने। जहां उन्होंने कृषि, पशुधन, भूमि और सिंचाई का काम संभाला। हालाकि, 2005 में, उन्होंने और JVP के अन्य मंत्रियों ने सुनामी राहत समन्वय के लिए सरकार और LTTE के बीच हुए संयुक्त समझौते के विरोध में इस्तीफा दे दिया।
2019 में रहे तीसरे स्थान पर
अनुरा कुमारा दिसानायके 2014 में सोमवंश अमरसिंघे के उत्तराधिकारी के रूप में जेवीपी के नेता बने और 2019 में जेवीपी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़े। 2019 के राष्ट्रपति चुनाव में वह 3 प्रतिशत वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
अब NPP से चुनाव लड़कर राष्ट्रपति बनने की ओर
इस बार दिसानायके ने नेशनल पीपुल्स पावर (NPP) के तहत 2024 के चुनावों के लिए एक और राष्ट्रपति पद की दावेदारी की घोषणा की। चुनावी नतीजों में इस बार वह 52 प्रतिशत वोटों के साथ सबसे आगे चल रहे हैं।
एजेंसी के इनपुट के साथ