हमास के आतंकियों के खिलाफ इजरायल अभियान लगातार जारी है। इजरायली सेना एक-एक कर आतंकियों और उनके ठिकानों को खत्म कर रही है। इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन सऊदी अरब के दौरे पर पहुंचे हैं। यहां उन्होंने कहा कि किसी भी देश से यह बर्दाश्त करने की उम्मीद नहीं की जानी चाहिए जो इजरायल अभी झेल रहा है। यह एक ऐसा हमला था जिसे शब्दों में नहीं बताया जा सकता है। हमास ने 30 से अधिक देशों के नागरिकों समेत कुल 1300 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। हमास फिलिस्तीन लोगों या उनके भविष्य के लिए वैध आकाक्षाओं का प्रतिनिधि नहीं है। हमास एक आतंकी समूह है और इसका एकमात्र एजेंडा इजरायल को नष्ट कर यहूदियों की नृशंस हत्या करना है।
रियाद पहुचे अमेरिकी विदेश मंत्री का बयान
इजरायल हमास के मामले पर सऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान ने कहा कि इस वक्त इस क्षेत्र में हम जिस कठिन समय में हैं, उसे देखते हुए मुझे लगता है कि यह आपके और मेरे लिए बातचीत करने और सहयोग जारी रखने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह परेशान करनी वाली स्थिति है। इससे इजरायल और फिलिस्तीन दोनों ही तरफ के नागरिकों को पीड़ित होना पड़ रहा है। मुझे लगता है कि हम सभी किसी भी रूप में यह नहीं चाहते हैं कि दोनों तरफ के नागरिकों को निशाना बनाया जाए, जिसकी हम निंदा करते हैं।
किसी नागरिक को नुकसान न पहुंचे, यही हमारी प्राथमिकता
उन्होंने कहा, हमें इस संघर्ष को जल्द से जल्द कम करने के लिए रास्ता खोजने की जरूरत है। मानवयी चुनौतियों के समाधान की दिशा में काम करना होगा। वहीं अमेरिका के विदेश मंत्री ने कहा कि कि इजरायल अपने लोगों की रक्षा करने के लिए वैध अधिकार का पालन कर रहा है और यह सुनिश्चित कर रहा है ताकि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो। हममें से कोई भी किसी भी नागरिकों को तकलीफ में नहीं देखना चाहता है, चाहे वो इजरायल का हो या फिर गाजा का। हम उनकी रक्षा के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।
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