यरुशलम: अमेरिका और इजराइल के बीच संबंधों में आई कड़वाहट के बीच अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन तेल अवीव पहुंचे हैं। बीते साल सात अक्टूबर को हमास आतंकियों ने इजराइल पर हमला किया था। इस हमले के बाद से इजराइल और हमास के बीच जंग लगातार जारी है। जंग के बीच एंटनी ब्लिंकन का ये छठा इजराइल दौरा है और इसे बेहद अहम माना जा रहा है।
होगी अहम चर्चा
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन का कहना है कि इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनके मंत्रिमंडल से मुलाकात के दौरान वो दक्षिणी गाजा शहर रफह को लेकर चर्चा करेंगे। चर्चा के दौरान इजराइल के नियोजित जमीनी हमले के विकल्प भी साझा किए जाएंगे। इससे पहले बृहस्पतिवार को एंटनी ब्लिंकन और अरब नेताओं ने संघर्ष विराम के प्रयासों और गाजा के संघर्ष के बाद के भविष्य पर चर्चा की थी।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का प्रयास
गौरतलब है कि, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, इजराइल-हमास युद्ध में ''तत्काल और सतत संघर्ष विराम की अनिवार्यता'' की घोषणा करने वाले अमेरिका-प्रायोजित प्रस्ताव पर शुक्रवार को मतदान करेगी. यह प्रस्ताव ''शेष सभी बंधकों की रिहाई के संबंध में संघर्ष विराम'' के राजनयिक प्रयासों का भी समर्थन करता है और ''संपूर्ण गाजा पट्टी में नागरिकों के लिए मानवीय सहायता की आपूर्ति बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता'' पर जोर देता है।
गाजा में कैसे हैं हालात
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बृहस्पतिवार को बताया कि गाजा में इतने कम भोजन की आपूर्ति की अनुमति दी गई है कि अब पांच वर्ष से कम उम्र के 60 प्रतिशत बच्चे कुपोषित हैं, जबकि युद्ध शुरू होने से पहले यह आंकड़ा एक प्रतिशत से भी कम था। गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि क्षेत्र में मारे गए फलस्तीनियों की संख्या बृहस्पतिवार को बढ़कर लगभग 32,000 हो गई।
हमास ने लोगों को बनाया बंधक
बता दें कि, फलस्तीनी आतंकवादियों ने इजराइल में सात अक्टूबर को अचानक हमला कर दिया था, जिसमें लगभग 1,200 लोगों की हत्या कर दी गई थी और करीब 250 लोगों को बंधक बना लिया गया था, जिसके बाद युद्ध शुरू हो गया था। माना जाता है कि हमास ने अब भी लगभग 100 लोगों को बंधक बना रखा है।
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