Ameria-China: अमेरिका और चीन के बीच तनाव जगजाहिर है। हाल के समय में अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन के पास चीनी 'जासूसी' बैलून के पाए जाने और अमेरिकी मिसाइल से उसे गिराए जाने के मामले के बाद चीन और अमेरिका में तनातनी और ज्यादा हो गई। इसी बीच अब अमेरिका और चीन के अधिकारी तनाव को संघर्ष में बदलने से बचने के लिए बातचीत के माध्यम खुले रखने पर सहमत दिखाई दे रहे हैं।
अमेरिका और चीन के वरिष्ठ राजनयिकों ने बीजिंग में ‘स्पष्ट और सार्थक’ चर्चा की तथा तनाव को संघर्ष में बदलने से बचने के लिए संवाद के माध्यम खुले रखने पर सहमति जताई। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। सोमवार को पूर्वी एशियाई और प्रशांत मामलों के लिए अमेरिका के सहायक विदेश मंत्री डेनियल क्रिटेनब्रिंक ने चीन की यात्रा की। वह फरवरी की शुरुआत में अमेरिका में चीन के एक जासूसी गुब्बारे को मार गिराए जाने को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव के बाद चीन की यात्रा करने वाले सबसे सीनियर अमेरिकी अफसर हैं।
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने उस वक्त चीन की पूर्व निर्धारित यात्रा स्थगित कर दी थी और बीजिंग तब से आधिकारिक बातचीत करने से इनकार करता रहा है। हालांकि, अमेरिका और चीन के रक्षा मंत्रियों ने सप्ताहांत में सिंगापुर में संक्षिप्त बातचीत की थी। चीन के विदेश मंत्रालय ने बताया कि क्रिटेनब्रिंक और उप विदेश मंत्री मा झाओक्सु ने ‘चीन-अमेरिका संबंधों में सुधार लाने और मतभेदों को उचित तरीके से हल करने पर स्पष्ट, रचनात्मक और सार्थक संवाद किया।’
बीजिंग ने कहा कि उसने ‘ताइवान पर अपनी गंभीर स्थिति’ तथा अन्य मुद्दों के बारे में बताया और दोनों पक्षों ने संवाद बनाए रखने पर सहमति जताई। अमेरिका के विदेश विभाग ने भी कहा कि दोनों अधिकारियों ने ‘संवाद के माध्यम को खुले रखने और दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय कूटनीतिक संबंध को आगे बढ़ाने पर स्पष्ट तथा सार्थक चर्चा की।'
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