तुर्की ने अजरबैजान को दिया खतरनाक ड्रोन, बचने के लिए भारत ने आर्मीनिया को दिया एंटी ड्रोन सिस्टम
तुर्की ने अपने दोस्त अजरबैजान को खतरनाक किलर ड्रोन दिया है। इसका उपयोग आर्मीनिया के लिए किया जा सकता है। अजरबैजान और उसके पड़ोसी देश आर्मीनिया में तनाव बना हुआ है। ऐसे में भारत ने आर्मीनिया को एंटी ड्रोन सिस्टम दिया है।
Turkey and Azerbaijan: अर्मीनिया और अजरबैजान के बीच तनाव जारी है। तुर्की और पाकिस्तान का दोस्त अजरबैजान है, जो आर्मीनिया के साथ जंग लड़ रहा है। ऐसे में भारत आर्मीनिया के साथ खड़ा है। ताजा घटनाक्रम में तुर्की ने अजरबैजान को खतरनाक ड्रोन दिए हैं। इन ड्रोन का उपयोग वह आर्मीनिया के साथ कर सकता है। वहीं भारत ने अपने दोस्त आर्मीनिया को एंटी ड्रोन सिस्टम दिया है।
इसी बीच आर्मीनिया ने कहा है कि अजरबैजान ने उसके सैनिकों की हत्या कर दी है। वहीं तुर्की ने अजरबैजान की सेना को पाकिस्तान वाला नई पीढ़ी का किलर ड्रोन देकर तनाव को और भड़का दिया है। अजरबैजान ने अपने तुर्की से मिले बायरकतार अकिंसी ड्रोन का प्रदर्शन किया है। खुद अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलियेव ने हाल ही में अपनी वायुसेना के यूएवी अकादमी में इस ड्रोन का निरीक्षण किया है।
तुर्की का घातक ड्रोन है 'बायरकतार अकिंसी'
बायरकतार अकिंसी ड्रोन तुर्की के सबसे घातक और आधुनिक ड्रोन में शामिल है। इससे पहले तुर्की ने अजरबैजान को टीबी2 ड्रोन दिया था जो यूक्रेन युद्ध में भी तबाही मचा चुका है। वहीं आर्मीनिया ने तुर्की के इन घातक ड्रोन से निपटने के लिए दोस्त भारत से एंटी ड्रोन सिस्टम खरीदा है। अजरबैजान के राष्ट्रपति अलियेव ने बायरकतार अकिंसी ड्रोन की उड़ान को खुद ही देखा। तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगान के दामाद और बायरकतार ड्रोन कंपनी के सीटीओ सेलुक बायरकतार ने अजरबैजान को दिए जाने वाले ड्रोन की तस्वीर एक्स पर पोस्ट की है।
इन हथियारों का भी प्रदर्शन किया गया
इस ड्रोन के अलावा अलियेव ने कई हवा से दागे जाने वाले हथियारों को भी देखा। इसमें सामान्य बम, लेजर गाइडेड बम और क्रूज मिसाइल शामिल है। इसके अलावा 10 और हथियारों का प्रदर्शन किया गया है। अजरबैजान इन ड्रोन के प्रदर्शन को एक बड़े मौके के रूप में दिखा रहा है। वह भी तब जब आर्मीनिया के साथ उसका तनाव फिर से भड़क रहा है।
आर्मीनिया ने भारत से खरीदा एंटी ड्रोन सिस्टम
वहीं 13 फरवरी को आर्मीनिया के सैनिकों की मौत हुई। यह हिंसा की घटना पिछले साल हुई संधि के बाद पहली बार हुई है। तुर्की का यह अकिंसी ड्रोन काफी शक्तिशाली है और अजरबैजान ने बहुत चुपके से इसे खरीदा है। इससे पहले साल 2022 में नगर्नो कराबाख की लड़ाई के दौरान अजरबैजान ने तुर्की टीबी-2 ड्रोन का जमकर इस्तेमाल किया था। इससे आर्मीनिया की हार हो गई थी।
आर्मीनिया ने अजरबैजान से निपटने के लिए खरीदा ड्रोन किलर सिस्टम
इस बीच आर्मीनिया ने भी अजरबैजान से निपटने के लिए कमर कस ली है और भारत से ड्रोन किलर सिस्टम खरीदा है। यूरोएशियन टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक आर्मीनिया ने भारत में बने जेन एंटी ड्रोन सिस्टम को खरीदा। माना जा रहा है कि तुर्की के इन ड्रोन से निपटने के लिए ही आर्मीनिया ने भारत से ड्रोन खरीदा है। भारतीय वायुसेना ने भी साल 2021 में इस एंटी ड्रोन सिस्टम को खरीदा था। 2 अरब रुपये में इंडियन एयरफोर्स ने इस सिस्टम को खरीदा है। इसे मार्च 2024 में भारतीय वायुसेना में शामिल किया जाएगा। इससे पहले आर्मीनिया ने भारत से पिनाका रॉकेट सिस्टम खरीदा था, जो अजरबैजान में तबाही मचाने की क्षमता रखता है।