शर्मनाक! अब तक इस बीमारी से उबर नहीं पाया पाकिस्तान, भारत में हो चुकी है खत्म
पाकिस्तान में पोलियो के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। एक बार फिर बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों से पोलियो वायरस के तीन नए मामले सामने आए हैं।
इस्लामाबाद: भारत ने जिस बीमारी पर बहुत पहले ही काबू पा लिया है पाकिस्तान अब भी उससे पीछा नहीं छुड़ा पाया है। इस बीमारी का नाम पोलियो है और पाकिस्तान के लिए 'शर्म' बन गई है । पाकिस्तान के बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों से पोलियो वायरस के तीन नए मामले सामने आए हैं, जिससे इस साल सामने आए संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 55 हो गई है। सोमवार को मीडिया की एक खबर से यह जानकारी मिली।
पहले भी सामने आ चुके हैं मामाले
‘डॉन’ समाचार पत्र की खबर के अनुसार, राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान में पोलियो उन्मूलन के लिए क्षेत्रीय संदर्भ प्रयोगशाला ने पोलियो वायरस टाइप 1 (डब्ल्यूपीवी1) के तीन मामलों की पुष्टि की है। संक्रमित पाए गए बच्चों में 8 और 20 महीने की दो लड़कियां एवं पांच महीने का एक लड़का शामिल है। प्रयोगशाला के एक अधिकारी के हवाले से बताया गया कि नए मामले डेरा इस्माइल खान, झोब और जाफराबाद जिलों से सामने आए हैं। तीनों जिलों में इस साल पोलियो वायरस के मामले पहले ही सामने आ चुके हैं।
शरीफ सरकार ने उठाए थे कदम
बता दें कि, पाकिस्तान उन गिने चुने देशों में शामिल हैं जहां अब तक पोलिया खत्म नहीं हुआ है। इससे पहले हाल ही जब पाकिस्तान में पोलियो के नए मामले सामने आए थे तो शरीफ सरकार ने देशभर में नया टीकाकरण अभियान शुरू किया था। देखने वाली बात यह भी है कि पाकिस्तान में नियमित रूप से टीकाकरण अभियान संचालित किया जाता है लेकिन स्वास्थ्य कर्मियों और उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने वाले पुलिस कर्मियों पर आतंकवादी हमले होते रहते हैं।
कट्टरपंथियों का विरोध
पाकिस्तान के कट्टरपंथियों का मानना है कि पोलियो की बूंद इंसान को नपुंसक बना देती है। उनका कहना है कि यह मुसलमानों की आबादी कम करने की बड़ी साजिश है। पिछले 12 सालों में पोलियो अभियान में 109 लोगों ने जान गंवाई है। कई लोगों का अपहरण हुआ है। पोलियो अभियान से जुड़े 284 लोगों की पाकिस्तान में हत्या हो चुकी है, इसमें 166 पुलिसकर्मी और 87 हेल्थ वर्कर हैं।(भाषा)
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