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Hajj 2024: सऊदी अरब में लगातार बढ़ रही है हाजियों की संख्या, जानें मक्का में किस तरह के हैं हालात

सऊदी अरब में भीषण गर्मी के बीच हज यात्रा की शुरुआत हो गई है। इस बार हज यात्रा को लेकर नियमों में बदलाव भी किया गया है। यात्रियों की संख्या 20 लाख से अधिक हो सकती है।

Saudi Arabia hajj- India TV Hindi Image Source : FILE AP Saudi Arabia hajj

मीना: भीषण गर्मी के बीच मुस्लिम हज यात्री शुक्रवार को मक्का में एक तंबुओं के विशाल शिविर में एकत्र हुए और इसके साथ ही आधिकारिक तौर पर वार्षिक हज यात्रा की शुरुआत की गई। अपनी यात्रा में सबसे पहले उन्होंने इस्लाम के पवित्र स्थल काबा की परिक्रमा की। दुनिया भर से 15 लाख से अधिक हज यात्री हज के लिए मक्का और उसके आसपास जमा हो चुके हैं, सऊदी अरब से भी हज यात्रियों के शामिल होने के कारण यह संख्या और भी बढ़ रही है। सऊदी अधिकारियों को उम्मीद है कि इस वर्ष हज यात्रियों की संख्या 20 लाख से अधिक हो जाएगी। 

हज के लिए नहीं जा सके फलस्तीनी 

इस वर्ष का हज, इजराइल और फलस्तीनी उग्रवादियों के बीच गाजा पट्टी में चल रहे युद्ध की पृष्ठभूमि में हो रहा है जिसने पूरे पश्चिम को क्षेत्रीय युद्ध की कगार पर धकेल दिया है। इसमें एक तरफ इजराइल और उसके सहयोगी देश हैं और दूसरी ओर ईरान समर्थित आतंकवादी समूह है। गाजा के तटीय क्षेत्र में रहने वाले फलस्तीनी इस वर्ष हज के लिए मक्का की यात्रा नहीं कर पाए क्योंकि इजराइल ने मिस्र की सीमा से लगते गाजा के दक्षिणी शहर में रफह क्रॉसिंग को बंद कर दिया गया था। 

सऊदी अरब के शाह ने इन लोगों को दिया निमंत्रण 

फलस्तीनी अधिकारियों ने बताया कि कब्जे वाले पश्चिमी तट से 4200 हज यात्री हज के लिए मक्का पहुंचे। सऊदी अधिकारियों ने बताया कि गाजा युद्ध में मारे गए या घायल हुए फलस्तीनियों के परिवारों से एक हजार से अधिक लोग भी सऊदी अरब के शाह सलमान के निमंत्रण पर हज करने के लिए पहुंचे। रफह क्रॉसिंग बंद होने से पहले ही एक हजार आमंत्रित लोग गाजा के बाहर थे, जिनमें से अधिकतर लोग मिस्र में थे। 

दमिश्क से मक्का के लिए सीधी उड़ान 

इस वर्ष सीरियाई हज यात्री भी एक दशक से भी अधिक समय में पहली बार दमिश्क से सीधी उड़ानों से मक्का की यात्रा पर गए। यह कदम सऊदी अरब और संघर्ष-ग्रस्त सीरिया के बीच संबंधों में चल रही नरमी का हिस्सा है। विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाकों में रहने वाले सीरियाई लोगों को पहले हज के लिए मक्का की अपनी यात्रा के लिए सीमा पार करके पड़ोसी देश तुर्की जाना पड़ता था। 

कोरोना की वजह से प्रभावित हुई थी यात्रा 

कोरोना वायरस महामारी के कारण तीन साल तक भारी प्रतिबंधों के बाद वार्षिक हज यात्रा अपने सामान्य विशाल पैमाने पर शुरू हो चुकी है। पिछले वर्ष 18 लाख से अधिक तीर्थ यात्रियों ने हज किया, जो 2019 के स्तर के करीब था जब 24 लाख से अधिक लोगों ने हज किया था। (एपी)

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