Thailand Blast: थाइलैंड के सबसे दक्षिणी प्रांत हात याई में रातभर आगजनी और बम से हमलों का सिलसिला जारी रहा। यह प्रांत करीब दो दशक से सक्रिय मुस्लिम अलगाववादी उग्रवाद का सामना कर रहा है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। सैन्य प्रवक्ता प्रमोटे प्रोमिन ने कहा कि मंगलवार रात पट्टानी, नरथीवट और याला प्रांतों में कम से कम 17 हमले हुए हैं, जिनमें से ज्यादातर हमले किराना स्टोर और गैस स्टेशनों पर हुए। बौद्ध बहुल थाईलैंड में हुए इन हमलों में तीन नागरिकों के घायल होने की खबर है लेकिन किसी ने अभी हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। वर्ष 2004 से तीन प्रांतों में शुरू हुए विद्रोह के बाद से अब तक 7,300 से अधिक लोग मारे गए हैं। पड़ोसी सोंगखला प्रांत में भी हमले हुए हैं।
अलगवाद है सबसे बड़ी मुसीबत
देश के मुस्लिम नगारिक लंबे समय से यह आरोप लगाते रहे हैं कि उनसे थाईलैंड में दूसरे दर्जे के नागरिकों की तरह व्यवहार किया जाता है। थाईलैंड में अलगाववादी आंदोलन दशकों से समय-समय पर सक्रिय रहे हैं। अलगवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई ने भी असंतोष को हवा दी है। रमजान के पवित्र महीने के दौरान हिंसा को रोकने के लिए अप्रैल में थाई सरकार और बारिसन रेवोलुसी नेशनल मेलायु पटानी (बीआरएन) के बीच सहमति बनी थी। बीआरएन को कई विद्रोही समूहों में सबसे बड़ा माना जाता है।
लेकिन हिंसा रोकने के लिए बनी सहमति के बाद ये सबसे बड़े स्तर के हमले हैं। इससे पहले उस महीने के अंत में हुए एक अन्य हिंसा में थाई सेना के दो आयुध विशेषज्ञ एक बम हमले में मारे गए थे।
महिलाओं के वेश में आए हमलावर
प्रमोटे ने कहा, ‘‘हमलावरों ने मंगलवार की रात महिलाओं के वेश में मोटरसाइकिल का इस्तेमाल किया और कई मामलों में लक्षित स्थलों पर पेट्रोल बम फेंका।’’ थाईलैंड में जगह-जगह बड़े पैमाने पर खुनी खेल हुआ। बंदूकधारियों ने 15 ग्राम रक्षा स्वयंसेवकों को मार डाला इसके साथ ही साथ पांच सुरक्षा कर्मियों को घायल कर दिया, इसे अलगाववादी उग्रवाद शुरू होने के बाद से सरकारी बलों पर किया गया सबसे घातक हमला माना जाता है।
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