सियोलः रूसी राष्ट्रपति पुतिन की उत्तर कोरिया की यात्रा ने दक्षिण एशिया में तनाव को और बढ़ा दिया है। पुतिन और किम जोंग ने रूस और दक्षिण कोरिया के बीच अहम रक्षा रणनीतिक साझेदारी की है। इसके तहत किसी एक देश पर हमला होने पर बिना समय गवांए दोनों देश हमलावर को मिलकर जवाब देंगे। रूस और उत्तर कोरिया के बीच हुए इस समझौते से दक्षिण कोरिया भड़क गया है। दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के साथ रूस के नये रक्षा समझौते को लेकर विरोध दर्ज कराने के लिए शुक्रवार को रूसी राजदूत को तलब किया। इस बीच उत्तर कोरियाई सैनिकों की अस्पष्ट धमकियों और अचानक घुसपैठ के कारण सीमा पर तनाव लगातार बढ़ रहा है।
इसके पहले, दक्षिण कोरियाई कार्यकताओं की ओर से सीमा पर प्योंगयांग के दुष्प्रचार रोधी पर्चे वाले गुब्बारे उड़ाने पर उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन की ताकतवर बहन ने बदला लेने की अस्पष्ट धमकी जारी की। दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा है कि उसने उत्तर कोरियाई सैनिकों को खदेड़ने के वास्ते चेतावनी देने के लिए गोलियां चलाई थी जिन्होंने इस महीने में तीसरी बार प्रतिद्वंद्वी देश की सीमा को अस्थायी तौर पर पार किया था। दक्षिण कोरिया ने मास्को और प्योंगयांग के बीच उस समझौते के दो दिन बाद यह कदम उठाया जिसमें किसी एक देश पर हमले की स्थिति में दोनों देशों के बीच परस्पर रक्षा सहयोग की बात है। इस समझौते के एक दिन बाद सियोल ने कहा था कि वह रूसी हमले के खिलाफ लड़ने के लिए यूक्रेन को हथियार उपलब्ध कराने पर विचार करेगा।
दक्षिण कोरिया ने कहा- रूस तत्काल रोके दक्षिण कोरिया को सैन्य सहयोग
दक्षिण कोरिया के उप विदेश मंत्री किम होंग क्यून ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और किम जोंग उन के बीच समझौते का विरोध करने के लिए रूसी राजदूत जॉर्जी जिनोविएव को तलब किया और मास्को से प्योंगयांग के साथ अपने कथित सैन्य सहयोग को तुरंत रोकने का आह्वान किया। दक्षिण कोरियाई राजनयिक क्यून ने जोर देकर कहा कि कोई भी सहयोग जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से उत्तर कोरिया को सैन्य क्षमताओं के निर्माण में मदद करता है, वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन करने के साथ ही दक्षिण कोरिया की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करेगा। क्यून ने मास्को के साथ सियोल के संबंधों पर पड़ने वाले असर की भी चेतावनी दी।
रूस के दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘जिनोविएव ने कोरियाई अधिकारियों से कहा कि रूस को ‘धमकी देने या ब्लैकमेल करने’ का कोई भी प्रयास अस्वीकार्य है और उत्तर कोरिया के साथ उनके देश का समझौता विशिष्ट तौर पर किसी तीसरे देश को लक्ष्य करके नहीं है।’’ दक्षिण कोरियाई मंत्रालय ने कहा कि जिनोविएव ने मास्को में अपने वरिष्ठों को सियोल की चिंताओं से अवगत कराने का वादा किया है। (एपी)
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