अमेरिका से लेकर ब्रिटेन तक और कई अन्य देशों के प्रमुख राजनेता भारतीय मूल के हैं। अब सिंगापुर में भी राष्ट्रपति चुनावों का दौर शुरू हो गया है। सिंगापुर में लोग देश के नौवें राष्ट्रपति का चुनाव करने के लिए शुक्रवार को मतदान करेंगे। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मगर आपको बता दें कि त्रिकोणीय मुकाबले में पूर्व मंत्री भारतीय मूल के थरमन शणमुगारत्नम शीर्ष पद की दौड़ में शामिल हैं। भारतीय मूल के सिंगापुर में जन्मे 66 वर्षीय अर्थशास्त्री शणमुगारत्नम ने देश की संस्कृति को दुनिया में “चमकदार स्थान” बनाए रखने के लिए विकसित करने के संकल्प के साथ पिछले महीने औपचारिक रूप से राष्ट्रपति पद के लिये अपना अभियान शुरू किया था। इसके अलावा चीनी मूल के भी एक शख्स सिंगापुर राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार हैं।
वह सख्त मानदंडों के तहत चुने गए तीन उम्मीदवारों में से एक हैं। सिंगापुर में राष्ट्रपति पद के लिए दावेदारी करने वाले उम्मीदवारों के लिए कड़ी योग्यता प्रक्रिया है। यह पिछले कुछ वर्षों में सिंगापुर में राष्ट्रपति चुनावों में होने वाला पहला मुकाबला होगा। सिंगापुर ने 11 अगस्त को कहा कि यदि एक से अधिक व्यक्ति सर्वोच्च पद के लिए चुनाव लड़ने के योग्य होंगे तो वह एक सितंबर को राष्ट्रपति चुनाव कराएगा। यदि केवल एक उम्मीदवार इस पद के लिए पात्र पाया जाता तो उसे 22 अगस्त को नामांकन के दिन राष्ट्रपति घोषित कर दिया जाता। इस वर्ष, सभी जातियों के उम्मीदवार इस पद के लिए प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं, लेकिन नामांकन की तिथि पर वे किसी भी राजनीतिक दल से संबद्ध नहीं हो सकते।
चीन और भारतीय मूल के शख्स चुनाव मैदान में
सिंगापुर चुनाव में इस बार भारत और चीनी मूल के शख्स भी चुनाव मैदान में हैं। सिंगापुर की राजनीति में 2001 में आए शणमुगारत्नम ने दो दशकों से अधिक समय तक सत्तारूढ़ पीपुल्स एक्शन पार्टी (पीएपी) के साथ सार्वजनिक क्षेत्र और मंत्री पदों पर कार्य किया है। शणमुगारत्नम के अलावा चीनी मूल के सिंगापुरी एन.कोक सोंग और टेन किन लियान राष्ट्रपति पद के लिये अन्य दावेदार हैं। (भाषा)
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