Shinzo Abe: जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या के मामले में एजेंसियों ने जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस ने बताया है कि हत्या करने वाले शख्स ने पहले एक धार्मिक समूह के नेता पर हमला करने की योजना बनाई थी। जापानी मीडिया ने पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया कि, हत्यारे तेत्सुया यामागामी (41) ने कहा है कि उसने पीएम शिंजो आबे को मारने की से पहले एक धार्मिक समूह के नेता की हत्या की साजिश रची थी, क्योंकि उसे लगता था कि पूर्व प्रधानमंत्री का एक खास धार्मिक संगठन से जुड़ाव रखते हैं। हालांकि पुलिस सूत्रों ने उस धार्मिक संगठन की पहचान नहीं जाहिर की गई है।
पुलिस ने हत्यारे के घर से बरामद कीं कई बंदूकें
वहीं इससे पहले पुलिस जांच में हत्यारे के घर से कई और बंदूकें भी बरामद की गई थीं। लेकिन पुलिस पूर्व पीएम की हत्या के पीछे की सही वजह बता पाने में अभी नाकाम रही है। वहीं 'द जापान टाइम्स' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी एक निजी स्कूल से पढ़ाई पूरी करने के बाद ‘ग्रेजुएशन ईयरबुक’ में लिखा था कि उसे जीवन में आगे क्या करना है, इसका उसे कोई अंदाजा नहीं है। रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में यामागामी ने कनसाई की एक फैक्टरी में नौकरी शुरू की थी, लेकिन उसने दो महीने पहले ही नौकरी छोड़ दी थी, क्योंकि वह 'थका हुआ' महसूस कर रहा था। वहीं इससे पहले उसने 2005 में हिरोशिमा प्रीफेक्चर में क्योर बेस में एक समुद्री आत्मरक्षा अधिकारी के रूप में सेवाएं दी थीं।
शुक्रवार को की गई थी पूर्व पीएम की हत्या
गौरतलब है कि जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की शुक्रवार को नारा शहर में एक चुनावी सभा के दौरान भाषण देते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। यामागामी को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया गया था और वह एक बंदूक लिए हुए था। पुलिस के अनुसार, यामागामी ने कहा है कि उसने आबे की हत्या की, क्योंकि वह उनकी राजनीतिक सोच का विरोध करता था। इस बीच, पुलिस ने शुक्रवार को नारा में उसके अपार्टमेंट पर छापेमारी की और विस्फोटक और घर में बनी हुई बंदूकें बरामद कीं।
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