पेशावर: पाकिस्तान के अधिकारियों ने एक मस्जिद में हुए जानलेवा हमले के सरगना की गिरफ्तारी की कवायद शनिवार को तेज कर दी। एक दिन पहले पेशावर की शिया मस्जिद में हुए इस हमले में 57 लोगों की मौत हो गई, जबकि लगभग 200 लोग घायल हो गए। नमाज के दौरान मस्जिद में हुए आत्मघाती बम विस्फोट की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ली है। आईएस से जुड़े इस्लामिक स्टेट खुरासान ने एक बयान जारी कर इस हमले की जिम्मेदारी ली।
इस्लामिक स्टेट ने एक बयान में कहा कि हमले को अंजाम देने वाला एकमात्र आत्मघाती हमलावर पड़ोसी देश अफगानिस्तान से था। हमलावर ने उत्तर-पश्चिम पेशावर में शिया मुसलमानों की मस्जिद की सुरक्षा में तैनात 2 सुरक्षाकर्मियों को गोली मार दी और फिर मस्जिद के अंदर घुसकर विस्फोट को अंजाम दिया। शिया मस्जिद में यह हमला तब हुआ जब लोग जुमे की नमाज अदा कर रहे थे।
वहीं, अफगानिस्तान में शासन कर रहे तालिबान के उप संस्कृति एवं सूचना मंत्री जबीउल्ला मुजाहिद ने ट्वीट किया, 'हम पाकिस्तान के पेशावर में मस्जिद पर हुए हमले की निंदा करते हैं। आम लोगों और नमाजियों पर हमले को किसी भी तरह जायज नहीं ठहराया जा सकता।' हालांकि, उन्होंने आईएस के इस दावे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि हमलावर अफगानिस्तान से था।
इस बीच, पाकिस्तान के पुलिस अधिकारियों ने कहा कि कच्चा रिसालदार मस्जिद के बाहर जिन पुलिस कर्मियों को गोली मारी गई थी, उनमें से एक की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दूसरे ने बाद में दम तोड़ दिया। पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने एक बयान में कहा कि हमले के सरगना का पता लगाने के लिए तीन जांच दल गठित किये गए हैं।
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