इस्लामाबाद। शहबाज शरीफ ने सोमवार को पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली, जिससे उनके पूर्ववर्ती इमरान खान के खिलाफ आठ मार्च को लाये गये अविश्वास प्रस्ताव के बाद से देश में बनी अनिश्चितता की स्थिति समाप्त हो गयी। सीनेट के अध्यक्ष सादिक संजरानी ने राष्ट्रपति डॉ आरिफ अल्वी की अनुपस्थिति में 70 वर्षीय शहबाज को पद की शपथ दिलाई।
बता दें कि अल्वी पीएमएल-एन नेता के शपथ लेने से पहले ‘अस्वस्थता’ के कारण छुट्टी पर चले गए। इससे पहले, पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संसद में मतदान में भाग नहीं लेने और वॉकआउट करने की घोषणा की थी, जिसके बाद शहबाज प्रधानमंत्री पद की दौड़ में अकेले उम्मीदवार रह गये थे।
स्पीकर अयाज सादिक ने इस सत्र की अध्यक्षता की और नतीजों की घोषणा की जिसके अनुसार, ‘‘शरीफ को 174 वोट मिले और उन्हें पाकिस्तान इस्लामी गणराज्य का प्रधानमंत्री घोषित किया जाता है।’’ इससे पूर्व डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी ने कहा था कि उनकी अंतरात्मा सत्र के संचालन की इजाजत नहीं देती।
बता दें कि तीन बार पूर्व प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज को अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दौरान 174 मत मिले जो 172 के साधारण बहुमत से दो ज्यादा है। शहबाज पाकिस्तान के 23वें प्रधानमंत्री हैं। वह तीन बार देश के सबसे अधिक आबादी वाले और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री रहे हैं। पूर्व राष्ट्रपति और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी ने अविश्वास प्रस्ताव के जरिए हटाए गए इमरान खान की जगह लेने के लिए संयुक्त विपक्ष की बैठक में प्रधानमंत्री पद के लिए शहबाज के नाम का प्रस्ताव रखा था।
Latest World News