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Hindi News विदेश एशिया तपती गर्मी और कई KM तक पैदल चले तीर्थयात्री... 1300 के पार पहुंची हज यात्रा में मरने वालों की संख्या

तपती गर्मी और कई KM तक पैदल चले तीर्थयात्री... 1300 के पार पहुंची हज यात्रा में मरने वालों की संख्या

हज तीर्थयात्रा में मरने वालों की संख्या 1301 हो गई है। सभी शवों की पहचान कर ली गई है। सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मरने वालों में से 85 प्रतिशत लोग हज यात्रा करने के लिए अनधिकृत थे।

इस साल हज यात्रा में मरने वालों की संख्या हुई 1300 के पार- India TV Hindi Image Source : ANI इस साल हज यात्रा में मरने वालों की संख्या हुई 1300 के पार

सऊदी अरब में भीषण गर्मी के बीच हज यात्रा के दौरान मरने वालों की संख्या 1300 के पार पहुंच गई है। सऊदी अरब सरकार ने कहा कि गर्मी के कारण बड़ी संख्या में लोगों की तबीयत बिगड़ी है। कई का इलाज चल रहा है। अफसोस की बात ये है कि इस साल हज यात्रा में मरने वालों की संख्या 1301 तक पहुंच गई है। बयान में कहा गया है कि मरने वालों में से 83 प्रतिशत लोग हज यात्रा करने के लिए अनधिकृत थे। ये लोग बिना किसी आराम के तेज धूप में लंबी दूरी तक पैदल चले थे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि मरने वालों में कई बुजुर्ग और गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति भी शामिल थे। वहीं, सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, सभी मृतकों के परिवारों की पहचान कर ली गई है।

 125 डिग्री फारेनहाइट का तापमान

इस साल हज यात्रा के दौरान सैकड़ों लोगों की मौत और घायल होने के पीछे मुख्य कारण अत्यधिक गर्मी को बताया गया है। सोमवार को मक्का में तापमान रिकॉर्ड 125 डिग्री फारेनहाइट तक पहुंच गया। सरकार के कई अधिकारियों ने कहा कि अनधिकृत तीर्थयात्रियों की संख्या के कारण समस्याएं बढ़ गई हैं।

आंखों के सामने बेहोश होते देखा

कुछ तीर्थयात्रियों ने इस साल की हज यात्रा के खराब बुनियादी ढांचे और संगठन पर ही सवाल किए हैं। तीर्थयात्रियों ने अपना अधिकांश दिन चिलचिलाती गर्मी में बाहर घूमते हुए बिताया। कुछ तीर्थयात्रियों ने बताया कि लोगों को अपनी आंखों के सामने बेहोश होते और सफेद कपड़े से ढके शवों के पास से गुजरते देखा है। 

कई किलोमीटर रेगिस्तान में चलना पड़ा पैदल

सऊदी अरब की घोषणा ऐसे समय में हुई है जब मिस्र सरकार ने मक्का में अवैध तीर्थयात्रा करने में शामिल 16 हज पर्यटन फर्मों के लाइसेंस रद्द कर दिए। मिश्र सरकार की शनिवार को कैबिनेट बैठक हुई। समीक्षा रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ फर्मों ने सही वीजा जारी नहीं किए थे, इसलिए मिश्र के लोग सीधे तौर पर मक्का में प्रवेश नहीं कर सके। उन्हें पैदल रेगिस्तानी रास्तों से प्रवेश करने के लिए मजबूर होना पड़ा। ऐसे लोगों के पास रुकने उचित साधन नहीं थे, जिससे लोगों को गर्मी का सामना करना पड़ा। तपचती गर्मी के बीच जान चली गई।

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