नई दिल्लीः विदेश मंत्री एस.जयशंकर श्रीलंका के बाद अब अपनी दूसरी विदेश यात्रा पर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दौरे पर आज जा रहे हैं, जहां वह अपने समकक्ष अब्दुल्ला बिन जायद अल-नाहयान के साथ व्यापक वार्ता करेंगे। जयशंकर और अल-नाहयान के बीच द्विपक्षीय मुद्दों के अलावा गाजा की स्थिति पर भी चर्चा करने की उम्मीद है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि जयशंकर की यात्रा क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रम के साथ ही भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी के समग्र परिदृश्य की समीक्षा करने का अवसर उपलब्ध कराएगी।
विदेश मंत्रालय ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, ‘‘विदेश मंत्री एस. जयशंकर आज संयुक्त अरब अमीरात की आधिकारिक यात्रा करेंगे।’’ इसमें कहा गया है, ‘‘यात्रा के दौरान विदेश मंत्री संयुक्त अरब अमीरात के अपने समकक्ष के साथ साझेदारी के व्यापक मुद्दों पर चर्चा करेंगे।’’ भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच संबंध पिछले कुछ वर्षों में बेहतर हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगस्त 2015 में संयुक्त अरब अमीरात की ऐतिहासिक यात्रा के बाद दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध व्यापक रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक पहुंच गए हैं।
दुनिया के ज्यादातर ताकतवर देश बन चुके हैं भारत के रणनीतिक साझेदार
अमेरिका, फ्रांस, जापान, ऑस्ट्रेलिया, यूके, इटली समेत ज्यादातर ताकतवर देश भारत के रणनीतिक साझेदार बन चुके हैं। यूएई उनमें से एक है। दोनों देशों ने आर्थिक भागीदारी को बढ़ाने के लिए फरवरी 2022 में विस्तृत आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) पर हस्ताक्षर किए थे। संयुक्त अरब अमीरात 2022-23 में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के मामले में भारत में चार शीर्ष निवेशकों में से एक रहा था। संयुक्त अरब अमीरात में करीब 35 लाख की आबादी वाला भारतीय समुदाय सबसे बड़ा प्रवासी समूह है। (भाषा)
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