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Hindi News विदेश एशिया Russian Army में शामिल भारतीयों को लेकर सामने आया बड़ा अपडेट, जानिए रूसी दूतावास ने क्या कहा

Russian Army में शामिल भारतीयों को लेकर सामने आया बड़ा अपडेट, जानिए रूसी दूतावास ने क्या कहा

रूस की सेना में शामिल भारतीय नागरिकों के मुद्दे पर रूसी दूतावास की तरफ से बड़ा बयान सामने आया है। इससे पहले लोकसभा में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रूसी सेना में भर्ती किए गए भारतीयों को लेकर जानकारी दी थी।

Indians in Russian Army (सांकेतिक तस्वीर)- India TV Hindi Image Source : FILE AP Indians in Russian Army (सांकेतिक तस्वीर)

नई दिल्ली: रूसी दूतावास ने यूक्रेन में मॉस्को के "विशेष सैन्य अभियान" के दौरान भारतीयों के हताहत होने की "दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं" पर शोक व्यक्त किया है। रूसी दूतावास ने कहा कि अप्रैल से ही उसके सशस्त्र बलों में भारतीयों की भर्ती बंद कर दी गई है। एक बयान में दूतावास ने कहा कि मॉस्को और नई दिल्ली उन भारतीय नागरिकों की शीघ्र "पहचान और सेवा से मुक्ति" के लिए निकट समन्वय से काम कर रहे हैं, जो स्वेच्छा से सैन्य सेवा में संविदात्मक कार्य में शामिल हुए थे और अब घर लौटना चाहते हैं। इसमें कहा गया है कि इस वर्ष अप्रैल से रूस के रक्षा मंत्रालय ने भारत सहित कई अन्य देशों के नागरिकों को सैन्य सेवा में भर्ती करना बंद कर दिया है। 

विदेश मंत्री ने लोकसभा में दी जानकारी

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इसी सप्ताह शुक्रवार (09-08-2024) को लोकसभा में इस बारे में पूरी जानकारी दी थी। जयशंकर ने कहा था कि सरकार रूसी सेना में भर्ती 69 भारतीय नागरिकों के सेवा से बाहर निकलने का इंतजार कर रही है और कई मामलों में ऐसे संकेत मिले हैं कि भारतीय नागरिकों को गुमराह किया गया था। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मामले को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के समक्ष उठाया था। उन्होंने सदन में पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए यह भी कहा कि सरकार ने रूसी सेना में भारतीय नागरिकों की भर्ती और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में नागरिकों की साइबर अपराध तस्करी के मुद्दों को गंभीरता से लिया है। 

रूसी सेना में शामिल हुए थे इतने भारतीय

जयशंकर ने लोकसभा में कहा था कि रूसी सेना में कुल 91 भारतीय नागिरकों के भर्ती होने की जानकारी मिली है जिनमें जिनमें से आठ की मृत्यु हो चुकी, 14 को छुट्टी दे दी गई है या वापस भेज दिया गया है और 69 नागरिकों के रूस की सेना से बाहर आने का इंतजार है।  

यह है सबसे बड़ी समस्या

विदेश मंत्री ने सदन को बताया था कि प्रधानमंत्री मोदी ने भी पिछले महीने मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अपनी मुलाकात के दौरान इस मुद्दे को उठाया था। मंत्री ने यह भी कहा था कि समस्या यह है कि रूसी अधिकारियों का कहना है कि इन भारतीय नागरिकों ने रूसी सेना के साथ सेवा के लिए अनुबंध किया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को राष्ट्रपति पुतिन से आश्वासन मिला है कि जो भी भारतीय नागरिक रूसी सेना की सेवा में है, उसे सेवा से हटाकर बाहर कर दिया जाएगा। (भाषा)

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