नई दिल्लीः विदेशों में फंसे भारतीयों के लिए मोदी सरकार ने हमेशा हनुमान का रोल निभाया है। एक बार फिर भारतीय विदेश मंत्रालय ने हनुमान जी की संकटमोचक वाली छवि को फिर सही साबित किया है। भारत ने लाओस में अवैध कार्यों में फंसाए गए 17 भारतीयों की स्वदेश वापसी सुनिश्चित कराकर उन्हें और उन लोगों के परिवारजनों को भी बड़ी राहत पहुंचाई है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने एक्स पोस्ट पर शनिवार को कहा कि लाओस में धोखे से गैरकानूनी काम में फंसाए गए 17 भारतीय कामगारों को स्वदेश वापस लाया जा रहा है।
विदेश मंत्री ने इस मामले में मदद के लिए लाओस में भारतीय दूतावास की सराहना की। जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मोदी की गारंटी सभी के लिए देश-विदेश में हर कहीं काम करती है। लाओस में धोखे में रखकर गैरकानूनी और खतरनाक काम में फंसाए गए 17 भारतीय कामगार स्वदेश लौट रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लाओस में भारतीय दूतावास ने अच्छा काम किया। सुरक्षित वापसी में मदद के लिए लाओस के अधिकारियों का धन्यवाद।’’ विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को भारतीय नागरिकों को कंबोडिया में आकर्षक नौकरी के अवसरों का वादा करने वाले मानव तस्करों का शिकार बनने के प्रति आगाह किया था।
भारतीयों को सावधान रहने की सलाह
विदेश मंत्रालय ने एक परामर्श जारी कर दक्षिण-पूर्व एशियाई देश में नौकरी के अवसर तलाश रहे भारतीयों से भावी नियोक्ता की पृष्ठभूमि की अच्छी तरह से जांच करने का आह्वान किया था। परामर्श में कहा गया था, ‘‘ऐसा पता चला है कि कंबोडिया में आकर्षक नौकरी के अवसरों के फर्जी वादों से आकर्षित होकर भारतीय नागरिक मानव तस्करों के जाल में फंस रहे हैं।’ ऐसे में सभी भारतीयों को इनके जाल में नहीं फंसने की सलाह दी जाती है। बगैर जांचे-परखे उनके झांसे में कतई नहीं आएं। (भाषा)
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