जो बाइडन की यूक्रेन यात्रा के बाद दुनिया के सामने आए पुतिन, कहा-हम चाहते हैं युद्ध का "शांति" से समाधान
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की औचक यूक्रेन यात्रा के 24 घंटे के अंदर ही रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने यूक्रेन युद्ध के लिए अमेरिका और पश्चिमी देशों को जिम्मेदार ठहराया है। पुतिन ने कहा कि हम इस समस्या को शांतिपूर्ण तरीके से हल करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे थे।
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की औचक यूक्रेन यात्रा के 24 घंटे के अंदर ही रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने यूक्रेन युद्ध के लिए अमेरिका और पश्चिमी देशों को जिम्मेदार ठहराया है। पुतिन ने कहा कि हम इस समस्या को शांतिपूर्ण तरीके से हल करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे थे। इस कठिन संघर्ष से शांतिपूर्ण तरीके से बातचीत कर रहे थे, लेकिन हमारी पीठ के पीछे एक बहुत अलग परिदृश्य तैयार किया जा रहा था। उनका सीधा इशारा अमेरिका और पश्चिमी देशों की ओर था।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि अमेरिका ने यूक्रेन में ईराक और सीरिया जैसा खेल खेला है, लेकिन रूस अपनी जमीन की रक्षा करने के लिए सक्षम है। यह युद्ध पश्चिम ने शुरू किया है। जबकि हम युद्ध टालने के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम युद्ध का शांति से समाधान चाहते हैं। रूस को किसी मदद की जरूरत नहीं है। हम युद्ध टालने के लिए लड़ रहे हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में पश्चिमी देशों की आलोचना की। पुतिन ने अपने संबोधन में कहा, ‘‘यह वे (देश) हैं, जिन्होंने युद्ध शुरू किया । और हम इसे खत्म करने के लिए बल प्रयोग कर रहे हैं।
यूक्रेन पर हमले को पुतिन ने सही ठहराया
राष्ट्रपति के संबोधन का रूस के सभी सरकारी टीवी चैनल पर प्रसारण किया गया। पश्चिमी देशों पर रूस को धमकाने का आरोप लगाकर पुतिन ने अक्सर यूक्रेन पर अपने आक्रमण को सही ठहराया है। पश्चिमी देशों का कहना है कि रूस की सेना ने यूक्रेन पर अकारण हमला किया। संविधान में प्रावधान है कि राष्ट्रपति हर साल देश को संबोधित करेंगे। हालांकि, पुतिन ने 2022 में एक बार के अलावा कभी संबोधित नहीं किया, जब उनके सैनिकों ने यूक्रेन पर हमला किया। यह संबोधन ऐसे वक्त हुआ है, जब शुक्रवार को यूक्रेन युद्ध के एक साल हो जाएंगे। रूस के राष्ट्रपति कार्यालय ‘क्रेमलिन’ के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने पुतिन के संबोधन के पहले कहा कि राष्ट्रपति यूक्रेन में ‘विशेष सैन्य अभियान’, रूस की अर्थव्यवस्था और सामाजिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। यूक्रेन में अपनी कार्रवाई को ‘विशेष सैन्य अभियान’ कहता है। पेसकोव ने कहा कि पुतिन के व्यस्त कार्यक्रम के कारण संबोधन में देरी हुई। हालांकि, कुछ खबरों में कहा गया कि यूक्रेन में जंग के मैदान में रूसी सैन्य बलों को कई झटकों के कारण देरी हुई।
अमेरिका को पुतिन ने दिया जवाब
पुतिन के संबोधन से पहले रूस की सरकारी समाचार एजेंसी ‘रिया नोवोस्ती’ ने कहा कि यह ‘ऐतिहासिक’ होगा। रूस ने इस वर्ष अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के मीडिया संस्थानों पर प्रतिबंध लगा दिया। पेसकोव ने कहा कि प्रतिबंधित देशों के पत्रकार प्रसारण देखकर भाषण को कवर कर सकेंगे। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कीव का दौरा कर यूक्रेन के प्रति एकजुटता व्यक्त की थी। इसके बाद पुतिन ने अमेरिका को यह जवाब दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि यूक्रेन में अमेरिका ने ईराक और सीरिया जैसा खेल खेला है।
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