Shahbaz Sharif warns Imran Khan: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर देश में गृहयुद्ध छेड़ने की साजिश रचने और राष्ट्रीय संस्थाओं के खिलाफ मनगढ़ंत कहानी गढ़ने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। शरीफ की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब पाकिस्तान की शक्तिशाली सेना ने अपने आलोचकों को देश की प्रमुख संस्था पर कींचड़ उछालने से बचने की चेतावनी दी है। पिछले महीने इमरान के नेतृत्व वाली सरकार के सत्ता से हटने के बाद पाक सेना ने उसे राजनीति में घसीटने के 'तीव्र और जानबूझकर किए गए प्रयासों' के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराया था। क्रिकेटर से राजनेता बने 69 वर्षीय इमरान को पिछले महीने अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से सत्ता से बेदखल कर दिया गया था। इमरान का आरोप है कि एक स्वतंत्र विदेश नीति का पालन करने के कारण स्थानीय नेताओं की मदद से अमेरिका के नेतृत्व में उन्हें हटाने की साजिश रची गई थी। उनकी सरकार को बचाने में कोई भूमिका नहीं निभाने को लेकर इमरान के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर सेना को निशाना बनाया था।
पाक प्रधानमंत्री के कार्यालय ने रविवार देर रात एक बयान जारी कर कहा कि शरीफ ने एबटाबाद में एक रैली में इमरान द्वारा दिए गए संबोधन को 'पाकिस्तान के खिलाफ एक बड़ी साजिश' करार दिया है। उन्होंने कहा है कि राष्ट्रीय संस्थानों के खिलाफ मनगढ़त कहानी गढ़ने वाले असली 'मीर जाफर और मीर सादिक' हैं। मीर जाफर और मीर सादिक ऐसे दो शख्स हैं, जिन्हें 18वीं शताब्दी में ईस्ट इंडिया कंपनी के सहयोगी के रूप में जाना जाता था। शरीफ के मुताबिक, इमरान ने रविवार को एबटाबाद में पाकिस्तान, उसके संविधान और सम्मानित संस्थानों को चुनौती दी। उन्होंने इमरान के खिलाफ कानूनी कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया। शरीफ ने कहा कि इमरान जो कर रहे हैं, उसे केवल साजिश की श्रेणी में रखा जा सकता है और यह राजनीति नहीं है। पाक प्रधानमंत्री के अनुसार, यह साजिश किसी राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ नहीं, बल्कि देश के खिलाफ है।
उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान किसी व्यक्ति के अहंकार, दंभ और झूठ के सामने समर्पण या समझौता नहीं कर सकता। इमरान ने पहले देश की अर्थव्यवस्था को नष्ट करने की साजिश रची और अब गृहयुद्ध शुरू करने की साजिश कर रहे हैं।' शरीफ ने संकल्प जताया कि इमरान के नापाक मंसूबों को हर कीमत पर कुचला जाएगा। उन्होंने कहा, 'इमरान इस युग के मीर जाफर और मीर सादिक हैं, जो चाहते हैं कि पाकिस्तान को लीबिया और इराक जैसी नीयति का सामना करना पड़े।' पाक प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि इमरान जिस नाव पर सवार हैं, उसी में छेद कर रहे हैं और वह उस हाथ को काट रहे हैं, जो उन्हें खिलाता है। उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान के लोग, संविधान और संस्थाएं इमरान नियाजी के गुलाम नहीं हैं और न ही वह उन्हें बंधक बना सकते हैं।'
शरीफ ने इमरान के भाषण की आलोचना की और कहा कि उन्हें पाकिस्तान का हिटलर नहीं बनने दिया जाएगा। उन्होंने कहा, 'इमरान ने उस वक्त देश से झूठ बोला। अब समय आ गया है कि वह सच्चाई का सामना करें।' अविश्वास प्रस्ताव के जरिये इमरान के नेतृत्व वाली सरकार के सत्ता से बेदखल होने के बाद से सोशल मीडिया पर न्यायपालिका और सेना की कड़ी आलोचना की जा रही है। इमरान ने विभिन्न शहरों में कई सार्वजनिक रैलियां की हैं, जिसमें उन्होंने मुल्क की नयी सरकार को 'देशद्रोही और कथित तौर पर अमेरिका के इशारे पर नियुक्त भ्रष्ट सरकार' बताया है। पद से हटाए जाने के बाद से इमरान ने अपनी सरकार के खिलाफ साजिश रचने के लिए अमेरिका को दोषी ठहराया है। इस रुख का मौजूदा सरकार ने खंडन किया है। इनपुट- भाषा
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