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पाकिस्तान के बाद इस मुस्लिम देश में हुआ राष्ट्रपति चुनाव, प्रबोवो सुबियांतो बने नए प्रेसिडेंट

मुस्लिम मुल्क पाकिस्तान के बाद एशिया के एक और मुस्लिम मुल्क में राष्ट्रपति चुनाव संपन्न हुआ। इसके बाद प्रबोवो सुबियांतो नए राष्ट्रपति चुने गए हैं।

प्रबोवो सुबियांतो बने नए प्रेसिडेंट- India TV Hindi Image Source : SOCIAL MEDIA प्रबोवो सुबियांतो बने नए प्रेसिडेंट

Indonesia News: पाकिस्तान में हाल ही में चुनाव संपन्न हुए। आसिफ अली जरदारी ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली। चुनावी धांधली औश्र उसके बाद शहबाज सरकार की ताजपोशी के बीच बिलावल भुट्टो की पार्टी पीपीपी ने नवाज शरीफ की पार्टी से गठजोड़ किया। इसका प्रतिफल ​पीपीपी को भी मिला और जरदारी राष्ट्रपति चुने गए। वहीं एक और मुस्लिम एशियाई देश इंडोनेशिया में भी हाल ही में राष्ट्रपति पद का चुनाव संपन्न हुआ। पिछले महीने हुए इस चुनाव को जीतने के बाद अब प्रबोवो सुबियांतो को इंडोनेशिया का नया राष्ट्रपति चुना गया है। इंडोनेशिया के चुनाव आयोग ने इस बात की पुष्टि की है। 

जानिए किसे मिले कितने वोट

प्रबोवो ने मतदान के बारे में कानूनी शिकायत दर्ज करने की कसम खाने वाले दो प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ निर्णायक जीत दर्ज की है। इसी बीच  चुनाव आयोग के अध्यक्ष हसीम असियारी ने बुधवार को कहा कि रक्षा मंत्री प्रबोवो और उनके उप राष्ट्रपति पद के चल रहे साथी गिबरान राकाबुमिंग राका को 14 फरवरी के पहले दौर में 59 प्रतिशत या 96 मिलियन से अधिक वोट हासिल कर बहुमत प्राप्त हुआ। अनीस बसवेडन को लगभग 41 मिलियन वोट या कुल गिनती का 25 प्रतिशत वोट मिले, जबकि गांजर प्रणोवो को 27 मिलियन वोट मिले, जो 16 प्रतिशत से अधिक थे। 

श्रीलंका में भी राष्ट्रपति चुनाव की तैयारियां शुरू

इससे पहले श्रीलंका में भी राष्ट्रपति पद की तैयारियां शुरू हो गईं। राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने श्रीलंका में राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी के आदेश दे दिए हैं। श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने अपने मंत्रिमंडल को इस साल के अंत में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी करने का निर्देश दिया है। यह निर्देश ऐसे समय दिया गया है, जब नकदी संकट से जूझ रहा देश अपने सबसे खराब आर्थिक संकट से उबरने की कोशिश कर रहा है। अगले राष्ट्रपति चुनाव की घोषणा निर्वाचन आयोग को सितंबर तक करनी है और नवंबर के मध्य तक मतदान संपन्न कराना है। संसद का कार्यकाल अगस्त 2025 में पूरा होगा, लेकिन राष्ट्रपति विक्रमसिंघे के पास अगस्त 2020 में निर्वाचित 225 सदस्यीय असेंबली को भंग करके चुनाव किसी भी समय आयोजित करने की शक्ति है। 

मंत्रीमंडल की बैठक के बाद विक्रमसिंघे ने की घोषणा

समाचार पोर्टल ‘डेली मिरर’ ने सूत्रों के हवाले से मंगलवार को बताया कि अटकलों को समाप्त करते हुए विक्रमसिंघे ने सोमवार को मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान घोषणा की कि पहले प्रेसिडेंट इलेक्शन होगा और चुनाव के लिए तैयारी करने का निर्देश दिया।

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