इस्लामाबादः पाकिस्तान में आर्थिक कंगाली से हाल लगातार बिगड़ते ही जा रहे हैं। गरीबी और भुखमरी के साथ महंगाई ने आम लोगों के लिए दो वक्त की रोटी नसीब होना मुहाल कर दिया है। पिछले 1 वर्ष से पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही। लिहाजा लोगों को खाने-पीने के भी लाले पड़ने लगे हैं। कई देशों से मांगा गया कर्ज भी पाकिस्तान को इस बदहाली से उबार नहीं सका है। अब नई सरकार के सामने अपने देश के लोगों को भूख से बचाने की चुनौती है। लिहाजा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उनके मंत्रिमंडल ने बुधवार को सर्वसम्मति से देश की खराब आर्थिक स्थिति के कारण अपने वेतन और संबंधित लाभों को नहीं लेने का फैसला किया।
प्रधानमंत्री कार्यालय की एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, अनावश्यक खर्चों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से सरकार की मितव्ययिता नीतियों के तहत मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया। इसके तहत अब पीएम शहबाज शरीफ के साथ उनके कैबिनेट के मंत्री भी वेतन नहीं लेंगे। वह अब बिन वेतन ही काम करेंगे। हालांकि बिना वेतन वह कब तक काम करेंगे, इस बारे में अभी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है।
विदेश यात्रा पर नहीं जाएंगे मंत्री
मंत्रिमंडल ने पहले ही सरकार द्वारा वित्त पोषित विदेशी यात्राओं को प्रतिबंधित करने के उपाय पेश किए हैं, जिसमें संघीय मंत्रियों, सांसदों और सरकारी अधिकारियों को बिना पूर्व मंजूरी के सरकारी निधि का उपयोग कर विदेश यात्राओं पर नहीं जाने का आदेश दिया गया है। पिछले हफ्ते, राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने भी इसी तरह के कारणों का हवाला देते हुए पद पर रहते हुए अपना वेतन नहीं लेने का फैसला किया था। (भाषा)
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