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पीएम शहबाज शरीफ ने कहा-चाहे बर्बाद हो जाए पाकिस्तान, सत्ता के लिए कुछ भी करेंगे इमरान

Shehbaz Sharif Attacks on Imran Khan: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने रविवार को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) के अध्यक्ष व पूर्व पीएम इमरान खान पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि "इमरान खान का लक्ष्य सत्ता हासिल करना है, भले ही इससे देश की नींव कमजोर हो जाए या पाकिस्तान बर्बाद हो जाए।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (फाइल फोटो)- India TV Hindi Image Source : AP पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (फाइल फोटो)

Shehbaz Sharif Attacks on Imran Khan: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने रविवार को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) के अध्यक्ष व पूर्व पीएम इमरान खान पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि "इमरान खान का लक्ष्य सत्ता हासिल करना है, भले ही इससे देश की नींव कमजोर हो जाए या पाकिस्तान बर्बाद हो जाए। उल्लेखनीय है कि इमरान की पार्टी पीटीआइ और शहबाज शरीफ की गठबंधन सरकार आपस में भिड़े हुए हैं, क्योंकि पीटीआइ समय से पहले चुनाव कराने पर जोर दे रही है। सत्तारूढ़ गठबंधन ने मध्यावधि चुनाव से इनकार किया है और खान के दबाव में नहीं आने का संकल्प लिया है।

शरीफ ने ट्वीट कर इमरान को लिया निशाने पर
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक ट्वीट में कहा, संसदीय लोकतंत्र के खिलाफ इमरान का हालिया बयान उन हमलों की श्रृंखला में ताजा है, जो आधुनिक राष्ट्र-राज्यों में लोकतंत्र के काम करने के तरीके को चुनौती देते हैं। जैसा कि पीटीआइ प्रमुख राज्य के संस्थानों के खिलाफ बोलते हैं और सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं के खिलाफ गालियां देते हैं, शरीफ का मानना है कि उनकी राजनीति का एकमात्र उद्देश्य किसी भी तरह से सत्ता में वापस आना था। प्रधानमंत्री ने कहा, उनकी (खान की) राजनीति का उद्देश्य सत्ता में अपना रास्ता बनाना है, भले ही इसका मतलब देश की नींव को कमजोर करना हो।

चुनाव पर आमादा हैं इमरान खान
पीएम का यह बयान पीटीआइ प्रमुख द्वारा पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा विधानसभाओं के विघटन को रोकने की अपनी इच्छा साझा करने के बाद आया है। अगर गठबंधन सरकार अगले साल मार्च के अंत तक चुनाव कराने के लिए सहमत हो जाती है। खान ने एक निजी समाचार चैनल के साथ साक्षात्कार में कहा, "यदि वे मार्च के अंत तक चुनाव के लिए तैयार हैं, तो हम विधानसभाओं को भंग नहीं करेंगे। वरना हम केपी और पंजाब विधानसभाओं को भंग करके चुनाव कराना चाहते हैं।" जियो न्यूज ने बताया कि खान ने चुनाव की तारीख की घोषणा जल्द करने का सुझाव देते हुए सवाल किया, "वह निर्णय लेने में कितना समय लेंगे? उन्हें या तो हां या ना कहना होगा। हमने पहले ही फैसला कर लिया है। पूर्व प्रधानमंत्री ने चुनाव की तारीख पर सरकार के साथ बातचीत पर अपने सशर्त रुख को रेखांकित करते हुए कहा- क्या वह चाहते हैं कि देश के 66 फीसदी हिस्से में चुनाव हों और फिर आम चुनाव हो?"

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