प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक प्रचार अभियान के दौरान हुए विस्फोट में जापान के अपने समकक्ष फुमियो किशिदा के सकुशल बचने पर राहत जतायी और कहा कि भारत हिंसा के सभी कृत्यों की निंदा करता है। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘जापान के वाकायामा में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में हिंसक घटना के बारे में मालूम चला, जहां मेरे मित्र प्रधानमंत्री किशिदा मौजूद थे। शुक्र है कि वह सुरक्षित हैं। उनके कुशलक्षेम और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं। भारत हिंसा के सभी कृत्यों की निंदा करता है।
जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा शनिवार सुबह पश्चिमी जापान के एक बंदरगाह पर विस्फोट में बाल-बाल बच गए। अधिकारियों ने बताया कि किसी ने कार्यक्रम स्थल पर विस्फोटक फेंका था। पुलिस ने एक संदिग्ध को मौके पर ही दबोच लिया। विस्फोट में कोई घायल नहीं हुआ। बहरहाल, इस घटना ने नौ महीने पहले किशिदा के पूर्ववर्ती शिंजो आबे की पश्चिमी शहर नारा में एक चुनाव प्रचार अभियान के दौरान हुई हत्या की यादें ताजा कर दी हैं। किशिदा स्थानीय चुनाव में अपनी सत्तारूढ़ पार्टी के एक उम्मीदवार का उत्साहवर्धन करने के लिए वाकायामा के साईकजाकी बंदरगाह पहुंचे थे।
पूर्व पीएम शिंजो आबे की भी भाषण के दौरान हुई थी हत्या
प्रधानमंत्री किशिदा अपना भाषण शुरू करने ही वाले थे कि वहां विस्फोट हो गया। मुख्य कैबिनेट मंत्री हिरोकाजु मात्सुनो ने पत्रकारों को बताया कि संदिग्ध माने जा रहे एक युवक को शनिवार को घटनास्थल से ही गिरफ्तार कर लिया गया। उसने कथित तौर पर कोई ‘‘संदिग्ध वस्तु’’ फेंकी थी। टीवी पर प्रसारित फुटेज में पकड़े गए व्यक्ति के आसपास वर्दी और सादे कपड़े पहने कई पुलिस अधिकारी नजर आ रहे हैं और उसे जमीन पर घसीटते हुए ले जाते दिख रहे हैं। अभी यह पता नहीं चल सका है कि विस्फोट किस वजह से हुआ, लेकिन कुछ खबरों में कहा गया है कि यह स्मोक या पाइप बम था। मात्सुनो ने संदिग्ध की मंशा और उसकी पृष्ठभूमि पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि पुलिस जांच कर रही है। इसी तर्ज पर पूर्व पीएम शिंजो आबे की भी हत्या की जा चुकी है।
बाल-बाल बचे पीएम
जापान में एक अहम अंतरराष्ट्रीय बैठक की पूर्व संध्या पर हुई इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। मात्सुनो ने बताया कि किशिदा को चोट नहीं आई है। उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव लोकतंत्र का अहम हिस्सा है और हमें कभी धमकियों या हिंसा से अवरोध को बर्दाश्त नहीं करना चाहिए। मेरा मानना है कि प्रधानमंत्री का चुनाव प्रचार कार्यक्रम जारी रखने का फैसला इसी संदर्भ में है।’’ मात्सुनो ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय पुलिस को मई में होने वाले जी7 सम्मेलन से पहले इस सप्ताहांत बैठकों में हिस्सा लेने के लिए जापान आ रहे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के वास्ते हरसंभव प्रयास करने का निर्देश दिया है।
आबे की हत्या ने देश को स्तब्ध कर दिया था। घटना की जांच में उनकी सुरक्षा में चूक का पता चला था। इसके बाद, जापान में पुलिस सुरक्षा उपायों में बदलाव किया गया था। जापान में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, क्योंकि रविवार को जी-7 के विदेश मंत्रियों की बैठकों के लिए दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोकतंत्र के कुछ वरिष्ठ राजनयिक यहां पहुंचे हैं। किशिदा अपने गृह नगर हिरोशिमा में 19 से 21 मई को जी-7 नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे।
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