Arshad Sharif: केन्या में छिपकर रहने के दौरान नैरोबी पुलिस द्वारा मारे गए एक मुखर पाकिस्तानी पत्रकार के शव को लेकर जा रहा विमान बुधवार आधी रात के बाद इस्लामाबाद के एक हवाई अड्डे पर उतरा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अरशद शरीफ की रविवार रात उस समय मौत हो गई थी, जब केन्या की राजधानी के बाहर एक चौकी से गुजरने के दौरान उनकी कार पर पुलिस ने गोलियां चला दी थीं। नैरोबी पुलिस ने इस घटना पर खेद व्यक्त करते हुए कहा कि एक बच्चे के अपहरण के मामले में इसी तरह की कार की तलाशी के दौरान ‘गलत पहचान’ के कारण यह घटना हुई।
शरीफ एक अन्य पाकिस्तानी निवासी खुर्रम अहमद के साथ यात्रा कर रहे थे, लेकिन नाके पर झंडी दिखाने के बावजूद उन्होंने अपनी कार नहीं रोकी, जिसका कारण स्पष्ट नहीं है। इसके बाद पुलिस ने उनकी कार का पीछा किया और गोलियां चलाईं। घटना में शरीफ की कार पलट गई और उनके सिर में गोली लग गई, जिससे उनकी मौत हो गई। नैरोबी पुलिस ने शुरू में अहमद की पहचान शरीफ के भाई के रूप में की थी, लेकिन पाकिस्तान में उनके परिवार ने कहा कि अहमद रिश्तेदार नहीं था, बल्कि वह कार का चालक था।
धमकी मिलने के बाद छोड़ा था पाकिस्तान
ऐसी आशंका थी कि अहमद घायल हुआ था और उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन केन्या में अधिकारियों ने अहमद की स्थिति या वह कहां है, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। जान से मारने की धमकी मिलने के बाद 50 वर्षीय पत्रकार अगस्त में पाकिस्तान से चले गए थे। बुधवार तड़के उनके परिवार, दोस्तों और सरकारी अधिकारियों ने इस्लामाबाद हवाई अड्डे पर उनका पार्थिव शरीर प्राप्त किया।
केन्या से रवाना किया गया शरीफ का शव
इससे पहले, सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा था कि एक पाकिस्तानी विमान मंगलवार सुबह शरीफ के शव को लेकर केन्या से रवाना हुआ था और उसके मंगलवार देर रात पाकिस्तान पहुंचने की उम्मीद है। सोमवार को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने केन्या के राष्ट्रपति विलियम रुतो से इस घटना के बारे में बात की थी। नैरोबी हवाई अड्डे से जब शरीफ के शव के साथ विमान ने उड़ान भरी, तब पाकिस्तानी राजनयिक मौजूद थे। बाद में मंगलवार को यह पाकिस्तान के लिए आगे बढ़ने से पहले कतर के दोहा में रुका। शरीफ के परिवार ने कहा कि उनका अंतिम संस्कार बृहस्पतिवार को इस्लामाबाद में किया जाएगा।
Latest World News