इस्लामाबाद: पाकिस्तान 2021 के वैश्विक भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक में 16 पायदान नीचे गिर गया है और 180 देशों की लिस्ट में इसका स्थान 140वां है। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वरा मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में दुनिया भर में भ्रष्टाचार के स्तर पर जानकारी दी गई है। पाकिस्तान का इस लिस्ट में 140वें स्थान पर होना प्रधानमंत्री इमरान खान सरकार के लिए एब बड़ा झटका है जो एक स्वच्छ शासन प्रणाली लाने के वादे के साथ सत्ता में आयी थी।
‘दुनिया भर में भ्रष्टाचार का स्तर स्थिर’
वैश्विक भ्रष्टाचार से निपटने के लिए गठित बर्लिन स्थित गैर-लाभकारी संगठन द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया भर में भ्रष्टाचार का स्तर स्थिर है तथा 86 प्रतिशत देशों ने पिछले 10 वर्षों में बहुत कम या कोई प्रगति नहीं की है। भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (CPI) ने अपने 2021 संस्करण में, 180 देशों और क्षेत्रों को सार्वजनिक क्षेत्रों के भ्रष्टाचार के उनके कथित स्तरों के आधार पर शून्य (अत्यधिक भ्रष्ट) से 100 (बहुत स्वच्छ) के पैमाने पर रैंक करता है तथा इसके लिए 13 विशेषज्ञ आकलन और उद्योग प्राधिकारियों के सर्वेक्षणों का इस्तेमाल करते हैं।
2020 में पाकिस्तान का स्थान 124वां था
बता दें कि 2020 में पाकिस्तान का CPI 31 था और 180 देशों में से उसका स्थान 124वां था। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के अनुसार, देश का भ्रष्टाचार स्कोर अब घटकर 28 हो गया है, जबकि यह सूचकांक में कुल 180 देशों में से 140 वें स्थान पर है। यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर अपनी सरकार के प्रदर्शन में सुधार करने का दबाव है, जो 2018 में स्वच्छ शासन प्रणाली शुरू करने के वादे पर सत्ता में आयी थी।
भारत 40 CPI के साथ 85वें नंबर पर
जवाबदेही पर इमरान खान के सलाहकार शहजाद अकबर ने भ्रष्ट तत्वों को कानून के दायरे में लाने को लेकर अपने खराब प्रदर्शन की खबरों के बीच सोमवार को पद छोड़ दिया। वहीं, भारत की बात की जाए तो इसका स्कोर 40 है और इस लिस्ट में यह 85वें नंबर पर है। बांग्लादेश की हालत पाकिस्तान से भी खराब है और 26 CPI के साथ लिस्ट में इसका स्थान 147वां है।
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