पाकिस्तान: शहबाज शरीफ ने स्पीकर से कहा-SC के फैसले के मुताबिक संसद का सत्र चलाएं
पाकिस्तान की संसद में प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के लिए अहम सत्र शुरू होने से कुछ मिनटों बाद उन्होंने यह बयान दिया।
इस्लामाबाद: पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने शनिवार को सदन के अध्यक्ष से उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार सत्र आयोजित कराने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष कानूनी और संवैधानिक प्रक्रिया का पालन करते हुए ‘निर्वाचित’ प्रधानमंत्री को सत्ता से बेदखल कर देगा। पाकिस्तान की संसद में उच्चतम न्यायालय के ऐतिहासिक फैसले के मद्देनजर प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के लिए अहम सत्र शुरू होने से कुछ मिनटों बाद उन्होंने यह बयान दिया।
नेशलन असेंबली का सत्र सुबह ठीक साढ़े 10 बजे शुरू हुआ। अध्यक्ष असद कैसर ने कहा कि सदन को इमरान सरकार के खिलाफ कथित ‘विदेशी साजिश’ के बारे में चर्चा करानी चाहिए। हालांकि, उनके इस सुझाव का विपक्षी सदस्यों ने जोरदार विरोध किया। शरीफ (70) ने अध्यक्ष से अदालत के निर्देशों के अनुसार सत्र चलाने का आह्वान किया और कहा कि संसद आज इतिहास लिखने जा रहा है। उन्होंने एलान किया, ‘‘आज संसद एक निर्वाचित प्रधानमंत्री को संवैधानिक तरीके से हराने जा रहा है।’’
शरीफ ने अध्यक्ष से कहा कि जो बीत गया, उसे छोड़ दिया जाए और कानून तथा संविधान के लिए खड़ा हुआ जाए। उन्होंने अध्यक्ष से अपनी भूमिका निभाने और ‘इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अपना नाम दर्ज कराने’ का आग्रह किया। शरीफ ने कैसर से अनुरोध किया, ‘‘आपको अपने दिल और दिमाग से तथा पूरे विश्वास के साथ इस मौके का फायदा उठाना चाहिए। निर्वाचित प्रधानमंत्री के हुक्म का पालन नहीं करना चाहिए।’’
अध्यक्ष ने शरीफ को आश्वस्त किया कि वह कानून और संविधान के अनुसार कार्यवाही का संचालन करेंगे। उन्होंने कहा कि लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि जिस अंतरराष्ट्रीय साजिश की बात की जा रही है, उस पर भी चर्चा होनी चाहिए। कैसर की इस टिप्पणी का विपक्षी सदस्यों ने विरोध किया। इस पर शरीफ ने अध्यक्ष से कहा कि अगर वह सही रास्ते पर नहीं चलते हैं तो वह अदालत के निर्देशों का उल्लंघन करेंगे। उन्होंने सत्र आयोजित किए जाने से संबधित अदालत के निर्देशों को भी पढ़ा।
इनपुट-भाषा