इस्लामाबाद: पाकिस्तान तालीबानियों के घातक और खतरनाक हथियारों को देखकर डर गया है। पाकिस्तान कह रहा है कि इनके अत्याधुनिक और भयानक हथियार तालिबान के पास कहां से आ गए। तालिबानी हथियारों को देखकर दहशत में आए पाकिस्तान ने अब संयुक्त राष्ट्र से विशेष अपील की है। पाकिस्तान का कहना है कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) जैसे आतंकवादी समूहों को हथियार विहीन करने के लिए एक ‘‘ठोस अभियान’’ चलाया जाए।
मंगलवार को छोटे और हल्के हथियारों (एसएएलडब्ल्यू) पर कार्रवाई कार्यक्रम (पीओए) के संबंध में संयुक्त राष्ट्र के चौथे समीक्षा सम्मेलन में राजदूत मुनीर अकरम ने टीटीपी जैसे आतंकवादी समूहों द्वारा आधुनिक और परिष्कृत छोटे हथियारों की खरीद और इस्तेमाल पर पाकिस्तान की ‘‘गंभीर चिंता’’ व्यक्त की। संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तानी मिशन द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, अकरम ने ‘‘टीटीपी जैसे आतंकवादी समूहों से सभी हथियारों को वापस पाने के लिए एक ठोस अभियान की आवश्यकता’’ बताई और यह भी जांच करने का आह्वान किया कि इन समूहों ने ऐसे अत्याधुनिक हथियार कैसे हासिल किए।
टीटीपी के पास कैसे आए खतरनाक हथियार
पाकिस्तान कह रहा है कि टीटीपी के पास कैसे इतना घातक हथियार आ गए। टीटीपी प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन है जो पूरे पाकिस्तान में शरिया शासन स्थापित करना चाहता है। ‘डॉन’ न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी राजदूत ने कहा कि इन हथियारों की तस्करी, स्थानांतरण को रोकने के लिए कदम उठाना संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों और वैश्विक संस्था की जिम्मेदारी है। अकरम ने कहा, ‘‘आतंकवादी और अपराधी इन हथियारों का विनिर्माण नहीं करते हैं। वे इन्हें अवैध हथियार बाजारों से हासिल करते हैं या फिर उन संगठनों से प्राप्त करते हैं जो किसी विशेष क्षेत्र या देश को अस्थिर करना चाहते हैं।’, (भाषा)
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