पाकिस्तान में बवाल, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बाद अब पूर्व पीएम इमरान खान का ऑडियो लीक, इस 'साजिश' पर कर रहे थे चर्चा
Imran Khan Audio Leak: लीक ऑडियो में इमरान खान को यह कहते सुना जा सकता है, हमें सिर्फ इसी (साइफर) पर खेलना है। हमें (किसी भी देश का) नाम लेने की जरूरत नहीं है। हमें बस इसके साथ खेलना है, कि (अविश्वास प्रस्ताव की) यह तारीख पहले (से तय) थी।
Highlights
- इमरान खान का ऑडियो लीक हुआ
- पीएम हाउस से भी हुआ था लीक
- साजिश को लेकर बात कर रहे पूर्व पीएम
Imran Khan Audio Leak: पाकिस्तान में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से लेकर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान तक के ऑडियो लगातार लीक हो रहे हैं। जिससे देश में बवाल मचा हुआ है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के लोग एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। साथ ही देश की साइबर सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। ताजा जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का एक कथित ऑडियो सामने आया है, जिसमें वह इस बारे में बात कर रहे हैं कि अप्रैल में उनकी सरकार गिराने को साजिश के रूप से चित्रित करने के लिए विवादित ‘साइफर’ (गूढ़लेख) का फायदा कैसे उठाया जाए।
सोशल मीडिया पर आए ऑडियो क्लिप में इमरान और उनके तत्कालीन प्रधान सचिव आजम खान के बीच बातचीत हो रही है। वे वाशिंगटन में पाकिस्तान के राजदूत की एक अमेरिकी की अधिकारी के साथ मुलाकात को लेकर उनके द्वारा भेजे गए, सांकेतिक भाषा में लिखे ‘साइफर’ के बारे में बात कर रहे हैं। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख खान की सरकार अप्रैल में संसद में अविश्वास प्रस्ताव हारने से गिर गई थी। खान ने इस ‘साइफर’ का हवाला देकर आरोप लगाया था कि उनकी सरकार गिराने के लिए अमेरिका की अगुवाई में साजिश रची गई थी, क्योंकि उन्होंने रूस, चीन और अफगानिस्तान के मामले में स्वतंत्र विदेश नीति के तहत फैसले किए। हालांकि अमेरिका ने इस आरोप से इनकार किया है।
लीक ऑडियो में इमरान खान को यह कहते सुना जा सकता है, “हमें सिर्फ इसी (साइफर) पर खेलना है। हमें (किसी भी देश का) नाम लेने की जरूरत नहीं है। हमें बस इसके साथ खेलना है, कि (अविश्वास प्रस्ताव की) यह तारीख पहले (से तय) थी।” दूसरी आवाज जाहिर तौर पर आजम खान की है, जो ‘साइफर’ पर बैठक बुलाने की सलाह दे रहे हैं। उन्होंने कहा, “'देखिए, यदि आपको याद हो, तो उसमें राजदूत ने अंत में आपत्तिपत्र (भेजने) के लिए लिखा है। भले ही आपत्तिपत्र नहीं भेजा जाना है।”
आजम खान ने बताया क्या करेंगे
आजम खान ने कहा, “शाह महमूद कुरैशी (इमरान की सरकार में विदेश मंत्री) और विदेश सचिव के साथ बैठक करते हैं। शाह महमूद कुरैशी उस पत्र को पढ़ेंगे और जो कुछ भी वह पढ़ेंगे उसे एक प्रति में बदल दिया जाएगा। फिर मैं (इससे) मिनट (लिखित ब्यौरा) तैयार करूंगा कि विदेश सचिव ने इसे तैयार किया है।” पूर्व प्रधान सचिव ने कहा, “लेकिन इसका (साइफर का) यही विश्लेषण होना चाहिए। हम इसका विश्लेषण करेंगे और उसका ब्यौरा तैयार करेंगे, क्योंकि हम चाहते हैं कि यह आधिकारिक रिकॉर्ड बन जाए।” वह बताते हैं कि विश्लेषण का यह निष्कर्ष निकालेगा कि 'यह एक धमकी है। इसे कूटनीतिक भाषा में धमकी कहा जाता है।'
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी ने औपचारिक रूप से, ऑडियो लीक पर प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन जब पत्रकारों ने इमरान खान से पूछा कि ‘साइफर’ से खेलने का उनका क्या मतलब है, तब उन्होंने कहा, 'मैंने अभी तक खेलना शुरू नहीं किया है।' उन्होंने कहा कि ‘साइफर’ के मसले की उचित तरीके से जांच की जानी चाहिए।
पीएम हाउस से लीक हुए ऑडियो
इससे पहले लीक हुए ऑडियो क्लिप में कड़ी सुरक्षा वाले पीएम हाउस में सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के कई वरिष्ठ नेताओं के बीच हुई बातचीत सुनाई देती है। इसमें गृह मंत्री राणा सनाउल्ला, रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, कानून मंत्री आजम तरार और आर्थिक मामलों के मंत्री अयाज सादिक को वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल की किस्मत और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सांसदों के नेशनल असेंबली से इस्तीफे के बारे में बात करते हुए सुना जा सकता है।
एक अन्य ऑडियो क्लिप में कथित तौर पर पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरयम नवाज और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बीच वित्त मंत्री इस्माइल के बारे में बातचीत होती सुनाई देती है। तीन बार प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ की बेटी मरयम का सरकार में काफी प्रभाव है और वह इस्माइल की आलोचक हैं। मरयम को इसमें यह कहते सुना जा सकता है, 'वह (इस्माइल) जिम्मेदारी नहीं लेता है, टीवी पर अजीब चीजें कहता है, जिसके लिए लोग उसका मजाक उड़ाते हैं।’ बीच में, प्रधानमंत्री शहबाज की आवाज सुनाई देती है। मरयम यह कहती सुनाई देती हैं, 'अंकल, उसे नहीं पता कि वह क्या कर रहा है।’
कैसे लीक हो रहे हैं ऑडियो?
ऐसा कहा जा रहा है कि पीएम आवास में सीक्रेट रिकॉर्डिंग सिस्टम इन्सटॉल किए गए हैं। जिसके बारे में सरकारी अधिकारियों तक को जानकारी नहीं है। हालांकि पीएमएल-एन के सदस्य और केंद्रीय मंत्री इस मामले में बोलने से बच रहे हैं। ठीक इसी तरह का दावा पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के कार्यकाल में किया गया था। ऐसा कहा गया था कि इमरान खान का आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है, हालांकि उसकी सत्यता की पुष्टि नहीं हो सकी थी।