Pakistan: पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान ने दावा किया है कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को अगले महीने लंदन से स्वदेश लाने की कोशिशें चल रही हैं। खान ने शनिवार रात लाहौर में नेशनल हॉकी स्टेडियम में पार्टी की रैली के दौरान परोक्ष रूप से सेना का जिक्र करते हुए कहा, 'पीएमएल-एन के प्रमुख नवाज शरीफ को अगले महीने लंदन से वापस लाने का मार्ग प्रशस्त करने के मकसद से एक षड़यंत्र के तहत मुझे अपदस्थ किया गया।' सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) (पीएमएल-एन) ने लगभग साफ कर दिया है नवाज को अगले आम चुनाव से पहले पाकिस्तान लाया जाएगा और खान से उनका 'मुकाबला' होगा।
गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने हाल ही में घोषणा की थी कि नवाज अगले आम चुनाव से पहले वापस आएंगे और पार्टी के प्रचार अभियान की कमान संभालेंगे। उन्होंने कहा, 'पार्टी में नवाज की वापसी को लेकर बात चल रही है।' खबरों के मुताबिक, पाकिस्तान का निर्वाचन आयोग तय समय से एक साल पहले अक्टूबर तक आम चुनाव कराने की तैयारी कर रहा है। अपदस्थ प्रधानमंत्री खान ने कहा कि योजना के अनुसार नवाज को सितंबर के अंत तक पाकिस्तान लाया जाएगा।
2019 से लंदन में रह रहे नवाज शरीफ
नवाज नवंबर 2019 से इलाज के लिए लंदन में रह रहे हैं, जबकि उच्च न्यायालय ने उन्हें चार सप्ताह की राहत दी थी। नवाज लंदन जाने से पहले अल-अजीजिया भ्रष्टाचार मामले में लाहौर की कोट लखपत जेल में सात साल कैद की सजा काट रहे थे। इससे पहले खबर आई थी कि पंजाब के मुख्यमंत्री के चुनाव में पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय के फैसले से उत्साहित, प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी ने शीर्ष अदालत का रुख कर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार को बर्खास्त करने का अनुरोध किया है।
पंजाब सीएम बने थे पीटीआई के इलाही
पीटीआई पार्टी द्वारा समर्थित, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद (पीएमएल-क्यू) के नेता चौधरी परवेज इलाही ने उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। उच्चतम न्यायालय ने पंजाब विधानसभा के डिप्टी-स्पीकर के फैसले को असंवैधानिक करार दिया था और पीएमएल-क्यू नेता इलाही को राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण प्रांत का मुख्यमंत्री नामित किया था। इस फैसले से प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को बड़ा झटका लगा, क्योंकि उनके बेटे हमजा शरीफ से ‘ट्रस्टी’ मुख्यमंत्री का दर्जा भी छिन गया था।
पीटीआई नेताओं ने दायर की थी याचिका
समाचार पत्र ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर के अनुसार, पीटीआई के वरिष्ठ नेताओं अंदलीब अब्बास और हसन नियाजी ने एक याचिका दायर की, जिसमें संघीय सरकार, प्रधानमंत्री शरीफ के प्रधान सचिव और पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग को मामले में पक्षकार बनाया गया है। खबर के अनुसार याचिका में तर्क दिया गया है कि प्रधानमंत्री के खिलाफ धनशोधन के मामलों की सुनवाई चल रही है और वह और उनकी कैबिनेट के सदस्य लंदन यात्रा के दौरान घोषित अपराधियों से मिले हैं।
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