Pakistan: इमरान खान पर परोक्ष रूप से प्रहार करते हुए पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी ने मंगलवार को कहा कि सत्ता के लिए पूर्व प्रधानमंत्री की लालसा उन्हें ‘पागल’ बना रही है और न्यायपालिका को यह देखना ही चाहिए कि क्या ‘सत्ता की लालसा’ रखने वाला यह व्यक्ति कानून से ऊपर है? उनकी इस टिप्पणी से दो दिन पहले अधिकारियों ने खान के खिलाफ पिछले सप्ताह यहां एक रैली में पुलिस, न्यायपालिका एवं अन्य सरकारी संस्थानों को धमकाने को लेकर आतंकवाद संबंधी आरोप दर्ज किए थे।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक जरदारी ने सिंध के मंत्रियों के साथ एक बैठक के दौरान कहा, ‘सभी प्रांत इस आपात स्थिति में हमारी ओर देख रहे हैं लेकिन एक ऐसा व्यक्ति है जिसकी सत्ता की लालसा उसे हर बीतते दिन पागल बना रही है।’ डॉन अखबार के अनुसार पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख का नाम लिए बगैर जरदारी ने कहा कि यह व्यक्ति सेना, पुलिस और एक महिला मजिस्ट्रेट को कथित रूप से धमका रहा है। उनके अनुसार ‘यह व्यक्ति प्रशासन को उसे गिरफ्तार करने की चुनौती देता है।’
सेना पर निशाना साधने का आरोप
पीपीपी सह अध्यक्ष ने कहा, ‘यह व्यक्ति प्रतिदिन हमारी सेना को निशाने पर ले रहा है, यह वही सेना है जो आतंकवादियों से लोहा ले रही है तथा देश की खातिर अपनी जान कुर्बान कर रही है।’ जरदारी का बयान खान के हाल के बयानों की पृष्ठभूमि में आया है। खान ने सैन्य प्रतिष्ठान को ‘तटस्थ’ करार देकर उसके बारे में कुछ बातें कही थी। उन्होंने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश जेबा चौधरी के बारे में भी कुछ कहा था जिन्होंने उनके प्रमुख कर्मी शहबाज गिल को इस्लामाबाद पुलिस की हिरासत में भेजा था।
जरदारी ने सरकार से अपने अधिकार को स्थापित करने का आह्वान किया और चेतावनी दी कि ‘अन्यथा संस्थानों पर उनका हमला जारी रहेगा।’ शनिवार को यहां एक रैली में खान ने इस्लामाबाद के पुलिस महानिरीक्षक एवं उप पुलिस महानिरीक्षक के विरूद्ध मामले दर्ज करने की धमकी दी थी और कहा था, ‘हम आपको नहीं बख्शेंगे।’ उन्होंने न्यायपालिका को उनकी पार्टी के प्रति उसके ‘भेदभावपूर्ण’ रवैये को लेकर चेतावनी दी थी और कहा था कि उसे परिणाम के लिए तैयार रहना चाहिए।
दुबई में रहने के बाद लौटे जरदारी
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, कराची में पीपीपी मंत्रियों और नेताओं के साथ एक बैठक के दौरान दुबई में कुछ दिनों के प्रवास के बाद देश लौटे जरदारी ने पाकिस्तान की सेना और न्यायपालिका को निशाना बनाने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री खान की आलोचना की है। दो दिन पहले, अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश जेबा चौधरी को धमकी देने के लिए इस्लामाबाद के सदर मजिस्ट्रेट अली जावेद की शिकायत पर खान पर आतंकवाद का मामला दर्ज किया गया था।
एक दिन बाद, इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (आईएचसी) ने खान को 25 अगस्त तक सुरक्षात्मक जमानत दे दी। जरदारी ने कहा, 'सभी संस्थानों को अपना कानून स्थापित करने के लिए विचार करना चाहिए, कहीं ऐसा न हो कि कानून, संविधान और संस्थान सत्ता की उनकी लालसा का शिकार हो जाएं।'
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