Pakistan: ओसामा बिन लादेन के बाद अब अमेरिका ने अपने एक और बड़े दुश्मन अल कायदा चीफ अल जवाहिरी का खात्मा कर दिया। उसने ड्रोन के जरिए अफगानिस्तान के काबुल में छिपे अलजवाहिरी को ठिकाने लगाया। हालांकि, अमेरिका के इस मिशन की कामयाबी के बाद जो सवाल उठ रहे थे उनमें सबसे बड़ा ये था कि अफगानिस्तान से निकलने के बाद भी अमेरिका ने इतने बड़े ऑपरेशन को कैसे अंजाम दे दिया। अब इस मामले में अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह का एक बयान आया है, जिसके अनुसार अमेरिका ने इस ऑपरेशन में पाकिस्तान की मदद ली और इसके बदले उसने पाकिस्तान को मोटी रकम देने का वादा किया।
लोन के बदले अल जवाहिरी का पता
पाकिस्तान गंभीर आर्थिक तंगी से गुज़र रहा है ये पूरी दुनिया जानती है। अमेरिका भी जानता था कि पाकिस्तान को इस वक्त पैसे की बहुत जरूरत है। इसलिए उसने अल जवाहिरी के बदले पाकिस्तान को अरबों डॉलर का लोन देने की बात की और पाकिस्तान मान गया। सालेह के अनुसार, पाकिस्तान ने आईएमएफ कर्ज की कीमत के बदले अमेरिका को अल जवाहिरी सौंप दिया। सालेह ने आशंका जताई है कि इस डील की वजह से एक तरफ जहां अमेरिका ये दिखाने में कामयाब हुआ कि वह अफगानिस्तान से भले चला गया है, लेकिन वह अब भी वहां जो चाहे कर सकता है, तो वहीं इस्लामाबाद को इसके बदले भारी भरकम अमेरिकी लोन मिलेगा जिससे उसकी माली हालात थोड़ी बेहतर होगी।
तालिबान ने लिया बदला
बलूचिस्तान में बाढ़ राहत अभियान में तैनात पाकिस्तानी सेना का एक हेलीकॉप्टर मंगलवार को ATC से संपर्क टूटने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। सेना के अधिकारियों ने बताया कि हेलीकॉप्टर में लेफ्टिनेंट जनरल और पांच सीनियर सैन्य अधिकारियों की मौत हो गई है। खबर के मुताबिक हेलीकॉप्टर में12 वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सरफराज अली समेत सभी छह अधिकारियों और सैनिकों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच के मुताबिक दुर्घटना का कारण खराब मौसम हो सकता है। जानकारी के मुताबिक इस विमान हादसे में मारे गए कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सरफराज अली पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के करीबी थे। बलूचिस्तान की न्यूज वेबसाइट द बलूचिस्तान पोस्ट ने कहा, 'पाकिस्तान की सेना दावा कर रही है कि सैन्य हेलिकॉप्टर खराब मौसम की वजह से क्रैश हुआ है। जबकि जमीन पर हमारे सूत्रों और मौसम विभाग का डेटा इस बात की पुष्टि करता है कि इलाके में मौसम पूरी तरह सामान्य था। हवाओं की रफ्तार 16 से 24 किमी प्रति घंटे थी और बारिश 10 फीसदी से भी कम थी।' बता दें कि एक दिन पहले ही अफगानिस्तान में अल-कायदा का सरगना अल जवाहिरी अमेरिका के ड्रोन हमले में मारा गया है। खबरों के मुताबिक अमेरिका ने पाकिस्तानी सेना के साथ मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। जो अल-कायदा की नाराजगी का कारण बन सकता है, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
रविवार को ढेर हुआ था अल जवाहिरी
भारत में मंगलवार की सुबह लोग सोकर भी नहीं उठे थे कि टीवी चैनलों पर एक आतंकी के मारे जाने की खबर फ्लैश होने लगी। लोगों ने सोचा कि शायद कश्मीर में कोई आतंकी मारा गया होगा। लेकिन कुछ देर बाद पता चलत है कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में एक मिशन में खूंखार आतंकी, लादेन का साथी और अल कायदा के सरगना अयमान अल जवाहिरी को ढेर कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन बताते हैं कि खुफिया एजेंसी ने एक मिशन में इस खूंखार आतंकी को ढेर कर दिया है। बकौल अमेरिकी राष्ट्रपति, शनिवार को सीआईए ने खास ऑपरेशन चलाया और रविवार तक उसके ढेर होने की खबर आ गई। सीआईए के इस खास अभियान में R9X निंजा मिसाइल का इस्तेमाल किया गया।
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