पाकिस्तान चुनाव: अबतक बनी नहीं सरकार, पीटीआई समर्थित उम्मीदवार की गोली मारकर हत्या
पाकिस्तान में चुनाव तो हुए लेकिन अबतक वहां सरकार नहीं बन पाई है। वहीं, रावलपिंडी में इमरान खान समर्थित उम्मीदवार की गोली मारकर हत्या कर दी गई है।
रावलपिंडी: पाकिस्तान में चुनाव हुए कफी वक्त बीत चुके हैं लेकिन अबतक वहां सरकार नहीं बन पाई है। चुनाव में धांधली के आरोप लगे हैं तो वहीं किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है। देश में गठबंधन की सरकार बनने की कवायद चल रही है। इस बीच पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के पूर्व संसदीय मामलों के सदस्य (एमपीए) चौधरी मुहम्मद अदनान को रावलपिंडी में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी है। न्यूज एजेंसी डॉन ने सोमवार को रावलपिंडी पुलिस के हवाले से ये खबर दी है।
हत्या की जांच चल रही है
पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक, तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के पूर्व संसदीय मामलों के सदस्य (एमपीए) चौधरी मुहम्मद अदनान ने रावलपिंडी के NA-57 और PP-19 निर्वाचन क्षेत्रों से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में आम चुनाव लड़ा था। रावलपिंडी पुलिस के प्रवक्ता के एक बयान के अनुसार, नेता की हत्या की ये घटना शहर पुलिस अधिकारी (सीपीओ) कार्यालय के सामने सिविल लाइन्स इलाके में हुई है। पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि रावलपिंडी सीपीओ सैयद खालिद हमदानी ने पोटोहर एसपी को घटना में शामिल अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है।
पुलिस ने कहा-दोषियों की जल्ह होगी गिरफ्तारी
इसके अलावा, बयान के अनुसार, घटना की सूचना मिलने पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अपराध स्थल पर पहुंचे, उन्होंने कहा कि सबूत भी एकत्र किए जा रहे हैं और संदिग्धों को पकड़ने के लिए टीमें गठित की गई हैं। पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि, ''शुरुआती जांच के मुताबिक यह घटना आपसी दुश्मनी का संकेत लगती है। घटना के सभी पहलुओं की जांच चल रही है। दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा और अदालत में पेश किया जाएगा।''
कौन थे अदनान चौधरी
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब विधानसभा के आधिकारिक पोर्टल के अनुसार, अदनान चौधरी मुहम्मद जान के बेटे थे और उनका जन्म 15 फरवरी 1976 को रावलपिंडी में हुआ था। उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और 2018 में एमपीए के रूप में चुने गए। उन्होंने सामाजिक कल्याण के लिए संसदीय सचिव के रूप में देश की सेवा की। अदनान ने 2018-2020 तक राजस्व के लिए संसदीय सचिव के रूप में भी कार्य किया।
डॉन के अनुसार, चुनाव परिणामों में हेरफेर के आरोपों के बीच पिछले हफ्ते शांगला के जिला मुख्यालय, अलपुरी में आयोजित एक विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोलीबारी में दो पीटीआई कार्यकर्ताओं की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए।