A
Hindi News विदेश एशिया पाकिस्तान ने मोदी को बधाई नहीं दी, मगर कहा-हम भारत के साथ चाहते हैं सहयोगात्मक संबंध

पाकिस्तान ने मोदी को बधाई नहीं दी, मगर कहा-हम भारत के साथ चाहते हैं सहयोगात्मक संबंध

नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तान ने भारत के साथ सहयोगात्मक संंबंध रखने की इच्छा जताई है। हालांकि पाकिस्तान ने अभी तक पीएम मोदी को उनके तीसरे कार्यकाल के लिए बधाई नहीं दी है।

शहबाज शरीफ, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री। - India TV Hindi Image Source : REUTERS शहबाज शरीफ, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री।

इस्लामाबाद: दुनिया के 50 से ज्यादा देशों ने रिकॉर्ड तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री बनने जा हे नरेंद्र मोदी को अपनी शुभकामनाएं दी हैं, लेकिन पाकिस्तान ने अभी तक मोदी को बधाई नहीं दी। मगर अब पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि वह भारत सहित सभी पड़ोसियों के साथ 'सहयोगात्मक संबंध' और बातचीत के माध्यम से विवादों का समाधान चाहता है। नरेन्द्र मोदी के रिकॉर्ड तीसरी बार प्रधानमंत्री पद के लिए चुने जाने के बाद पाकिस्तान की यह टिप्पणी आई है।

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने अपनी साप्ताहिक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की ओर से आने वाली कठिनाइयों और बयानबाजी के बावजूद पाकिस्तान जिम्मेदाराना तरीके से काम कर रहा है। उन्होंने कहा, '' पाकिस्तान हमेशा से भारत समेत अपने सभी पड़ोसियों के साथ सहयोगात्मक संबंध चाहता रहा है। हमने जम्मू-कश्मीर जैसे प्रमुख विवाद समेत सभी लंबित मुद्दों को सुलझाने के लिए लगातार रचनात्मक बातचीत और सहभागिता की वकालत की है।''

भारत-पाकिस्तान के संबंध चल रहे हैं तनावपूर्ण

भारत सरकार द्वारा पांच अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 के कुछ प्रावधानों को निरस्त किये जाने के बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने संबंधों को कमतर कर दिया था। पाकिस्तान का मानना ​​है कि इस फैसले ने पड़ोसियों के बीच बातचीत के माहौल को कमजोर किया है। भारत लगातार कहता रहा है कि वह पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसियों जैसे संबंध चाहता है लेकिन वह इस बात पर जोर देता रहा है कि इस प्रकार के संबंधों के लिए आतंकवाद और शत्रुता से मुक्त वातावरण बनाने की जिम्मेदारी इस्लामाबाद की है। बलूच ने कहा, ''पाकिस्तान शांति बनाये रखने में विश्वास करता है। हमें उम्मीद है कि भारत दोनों देशों की जनता के पारस्परिक लाभ के लिए शांति को बनाए रखने और वार्ता को आगे बढ़ाने तथा लंबे समय से चले आ रहे विवादों के समाधान के लिए अनुकूल वातावरण बनाने को लेकर कदम उठाएगा।' (भाषा) 

 

Latest World News