Pakistan China : पाकिस्तान मौजूदा दौर में राजनीतिक और आर्थिक तौर पर काफी संकट के दौर से गुजर रहा है। पाकिस्तान के नेता आर्थिक मदद के लिए विदेशों के दौरे कर रहे हैं। देश-देश में जाकर वहां से मदद पाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी कड़ी में पाकिस्तान ने चीन की ओर भी हाथ बढ़ाया है। हालांकि पाकिस्तान का कहना है कि उसे खैरात नहीं निवेश चाहिए। फिलहाल चीन से अभी तक उसे कोई विशेष आर्थिक मदद नहीं मिल पाई है।
हमें खैरात नहीं निवेश चाहिए-शरीफ
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान अपने चीनी दोस्तों से खैरात (हैंडआउट्स) नहीं चाहता, बल्कि निवेश चाहता है। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और चीन की अटूट दोस्ती के बीच तूफान भी आए हैं, मगर दोनों देशों के बीच संबंध समय के साथ मजबूत हुए हैं। उन्होंने पिछले तीन दशकों के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति करने और गरीबी के स्तर से ऊपर उठाने के लिए चीन की प्रशंसा की।
पाकिस्तान हर क्षेत्र में चीन से समर्थन चाहता है-शरीफ
पाकिस्तान में निवेश करने वाली चीनी कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के दौरान शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान के पास अपने विकास सुधारों का अनुकरण करने और उसे दोहराने के लिए एक मॉडल के रूप में चीन है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान जीवन के हर क्षेत्र में चीन से समर्थन चाहता है और उसे उद्योगों और कृषि के क्षेत्र में चीन के अनुभव से लाभ होगा।
पाकिस्तान को प्रगति की ओर ले जाएंगे-शरीफ
उन्होंने कहा, ''पाकिस्तान ने संकल्प लिया है कि हम सभी चुनौतियों का सामना करेंगे, चाहे वे कितनी भी कठिन हों और पाकिस्तान को प्रगति की ओर ले जाएंगे।शरीफ ने कहा, 'इसके लिए, पाकिस्तान को हमारे चीनी दोस्तों से वास्तविक समर्थन की जरूरत है। यह समर्थन पैसे, सहायता या खैरात के मामले में नहीं, बल्कि निवेश, व्यापार और विशेषज्ञता के मामले में चाहिए।' शरीफ ने कहा कि चीन पाकिस्तान का सबसे भरोसेमंद दोस्त है।
शरीफ ने शी जिनपिंग को दिया धन्यवाद
उन्होंने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के आकार में पाकिस्तान के प्रति उनके निरंतर समर्थन के लिए चीनी नेतृत्व और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को धन्यवाद दिया। जियो न्यूज के अनुसार, उन्होंने कहा कि सीपीईसी ने पाकिस्तान को बड़े पैमाने पर आगे बढ़ने में मदद की है। पिछले दशक की शुरूआत को याद करते हुए, जब बिजली का लोड-शेडिंग अपने चरम पर था, शरीफ ने कहा कि चीनी राष्ट्रपति और पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने 2017 तक इस मुद्दे को दूर करने के लिए बिजली संयंत्र स्थापित करने के लिए विभिन्न सौदे किए थे। (इनपुट-आईएएनएस)
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