पाकिस्तान में दिखी गजब की लापरवाही! केबल कार का टूटा तार; 1 हजार फीट ऊपर हवा में लटके 8 लोग
पाकिस्तान में केबल कार का तार टूट गया है, जिस कारण वहां 6 बच्चों समेत 8 लोग ऊपर हवा में फंस गए हैं। जानकारी के मुताबिक, जब स्थानीय लोग और स्कूली बच्चे स्कूल जा रहे थे, केबल कार का तार टूट गया और अब वह पहाड़ों से घिरी खड्ड के बीच में लटक रहा है।
पाकिस्तान से एक खबर आ रही है। आज मंगलवार को खैबर पख्तूनख्वा के बट्टाग्राम जिले में एक केबल कार के दो तार टूट गए हैं। तार टूटने के बाद केबल कार में बैठे 6 स्कूली बच्चों सहित 8 लोग जमीन से 1,000 फीट ऊपर फंस गए हैं। हालांकि पाकिस्तानी सेना और वायु सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। ताजा अपडेट के मुताबिक पाक सेना ने अब तक दो बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। बता दें कि यह घटना आज सुबह-सुबह हुई जब 2 स्थानीय लोग और 6 बच्चे स्कूल जा रहे थे। लोग थोड़ी दूर चले ही थे कि केबल कार के तार टूटने के बाद वे फंस गए और पहाड़ों से घिरी खाई के बीच हवा में लटक रहे हैं। पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट डॉन के अनुसार, पाकिस्तान सुरक्षा बल की विशेष इकाई के कमांडो में से एक ने केबल कार की ओर बढ़ने के दो प्रयास किए। इस क्षेत्र में तेज़ हवाओं और हेलीकॉप्टरों के रोटर ब्लेड के कारण बचाव अभियान में काफी कठिनाई पड़ रही है, जिससे लिफ्ट के अस्थिर होने का खतरा है।
जाल फैलाने की कोशिश
अल्लाई के सहायक आयुक्त जवाद हुसैन ने इस मामले में जानकारी दी है कि यदि हेलीकॉप्टर फंसे हुए यात्रियों को बचाने में विफल रहते हैं, तो बचाव 1122 टीमें उन्हें केबल कार से बचाने के लिए स्नोर्कल का उपयोग करेंगी। उन्होंने कहा कि टीमें पहले से ही केबल कार के नीचे जाल फैलाने की कोशिश कर रही हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) का अनुमान है कि केबल कार 1,000-2,000 फीट की ऊंचाई पर लटक रही है। ऊंचाई और पहाड़ी इलाका होने के कारण बचाव दल के लिए राहत अभियान चलाना मुश्किल हो रहा था।
क्या है फंसे हुए यात्रियों की स्थिति
केबल कार में फंसे यात्रियों में से एक, जिसने अपना नाम गुलफराज बताया ने जियो न्यूज से कहा कि बचाव अभियान जारी रहने के कारण दो छात्र बेहोश हो रहे थे। स्कूली बच्चों की उम्र 10 से 15 साल के बीच है। उन्होंने कहा कि बच्चों को न तो खाना मिला और न ही पीने का पानी। उन्होंने राज्य के अधिकारियों से कार्रवाई करते समय "मानवीय सहानुभूति और मानव जीवन" का ध्यान रखने का भी आग्रह किया है। उन्होंने कहा, "हमारे इलाके के लोग यहां खड़े हैं और सभी रो रहे हैं।"
कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने दिए आदेश
इस बीच, कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को केबल कार यात्री को तत्काल बचाने के आदेश दे दिए हैं। कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने आगे कहा, "बट्टग्राम, केपी में चेयरलिफ्ट दुर्घटना वास्तव में चिंताजनक है। मैंने एनडीएमए, पीडीएमए और जिला अधिकारियों को चेयरलिफ्ट में फंसे 8 लोगों के सुरक्षित बचाव और निकासी को तत्काल सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। मैंने अधिकारियों को सभी की सुरक्षा निरीक्षण करने का भी निर्देश दिया है।" उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, "ऐसे निजी चेयरलिफ्ट और सुनिश्चित करें कि वे संचालित और उपयोग करने के लिए सुरक्षित हैं।" खैबर पख्तूनख्वा के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मोहम्मद आजम खान ने भी निर्देश दिया कि फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए आपातकालीन आधार पर कार्रवाई की जाए।
क्षेत्र में सड़कों का अभाव
इकबाल नाम के एक स्कूल शिक्षक ने बताया कि क्षेत्र में सड़क सुविधाओं की कमी के कारण कई छात्र हर दिन केबल कार से खतरनाक यात्रा करते हैं। उसने आगे कहा, "इसके अलावा कोई अन्य व्यवस्था नहीं है।" उन्होंने यह भी कहा कि केबल कार लगभग 8 वर्षों से स्थापित है और हर महीने इसका निरीक्षण किया जाता है। अब सवाल उठता है कि हर माह इसकी देखरेख होती है तो ये घटना कैसे घटी? वहीं, जिला पुलिस अधिकारी (डीपीओ) सोनिया शमरोज़ ने स्थानीय लोगों द्वारा केबल कारों के लगातार उपयोग के कारण उनके रखरखाव का मुद्दा भी उठाया, और कहा कि ऐसे "पहाड़ी इलाकों" में बच्चों के लिए चेयरलिफ्ट परिवहन का मुख्य साधन है।
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