पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की तरह ही घटिया है वहां की साइबर सुरक्षा, ऑडियो लीक के बाद दुनियाभर थू थू, कितनी सुरक्षित हैं यहां हस्तियां?
Pakistan Audio Leaks: इससे पहले भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और अहम हस्तियों के ऑडियो और वीडियो लीक हुए हैं लेकिन इस बार मामला इसलिए अलग है क्योंकि ये डार्क वेब पर भी लीक हुए हैं और बिक्री के लिए इनकी बोली लगाई गई है।
Highlights
- पाकिस्तान में बड़ी हस्तियों के ऑडियो लीक
- डार्क वेब पर हो रही वायरल ऑडियो की बिक्री
- शहबाज शरीफ के बाद इमरान का ऑडियो लीक
Pakistan Audio Leaks: पाकिस्तान में प्रधानमंत्री से लेकर पूर्व प्रधानमंत्री और मंत्रियों तक के ऑडियो लगातार लीक हो रहे हैं। पहले पीएम शहबाज शरीफ और उनकी पार्टी पीएमएल-एन यानी मुस्लिम लीग (नवाज) के संघीय मंत्रियों के बीच हुई बातचीत के ऑडियो डार्क वेब पर बिक्री के लिए आए और फिर सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। एक ऑडियो में शहबाज शरीफ और मरियम नवाज बात कर रहे हैं। जबकि एक अन्य ऑडियो में कई वरिष्ठ नेताओं के बीच हुई बातचीत सुनाई दे रही है। ये सब अब भी नहीं रुका है। अब पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान का एक ऑडियो लीक हो गया है। जिसमें वह इस बारे में बात कर रहे हैं कि अप्रैल में उनकी सरकार गिराने को साजिश के रूप से चित्रित करने के लिए विवादित ‘साइफर’ (गूढ़लेख) का फायदा कैसे उठाया जाए।
यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि पाकिस्तान में ऑडियो लीक होने का ये इस तरह का पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और अहम हस्तियों के ऑडियो और वीडियो लीक हुए हैं लेकिन इस बार मामला इसलिए अलग है क्योंकि ये डार्क वेब पर भी लीक हुए हैं और बिक्री के लिए इनकी बोली लगाई गई है।
पीएम शहबाज शरीफ से जुड़े ऑडियो लीक
कड़ी सुरक्षा वाले पीएम हाउस में सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के कई वरिष्ठ नेताओं के बीच हुई बातचीत सुनाई देती है। इसमें गृह मंत्री राणा सनाउल्ला, रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, कानून मंत्री आजम तरार और आर्थिक मामलों के मंत्री अयाज सादिक को वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल की किस्मत और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सांसदों के नेशनल असेंबली से इस्तीफे के बारे में बात करते हुए सुना जा सकता है।
एक अन्य ऑडियो क्लिप में कथित तौर पर पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरयम नवाज और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बीच वित्त मंत्री इस्माइल के बारे में बातचीत होती सुनाई देती है। तीन बार प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ की बेटी मरयम का सरकार में काफी प्रभाव है और वह इस्माइल की आलोचक हैं। मरयम को इसमें यह कहते सुना जा सकता है, 'वह (इस्माइल) जिम्मेदारी नहीं लेता है, टीवी पर अजीब चीजें कहता है, जिसके लिए लोग उसका मजाक उड़ाते हैं।’ बीच में, प्रधानमंत्री शहबाज की आवाज सुनाई देती है। मरयम यह कहती सुनाई देती हैं, 'अंकल, उसे नहीं पता कि वह क्या कर रहा है।’
पूर्व पीएम इमरान खान का ऑडियो लीक
लीक ऑडियो में इमरान खान को यह कहते सुना जा सकता है, “हमें सिर्फ इसी (साइफर) पर खेलना है। हमें (किसी भी देश का) नाम लेने की जरूरत नहीं है। हमें बस इसके साथ खेलना है, कि (अविश्वास प्रस्ताव की) यह तारीख पहले (से तय) थी।” दूसरी आवाज जाहिर तौर पर आजम खान की है, जो ‘साइफर’ पर बैठक बुलाने की सलाह दे रहे हैं। उन्होंने कहा, “'देखिए, यदि आपको याद हो, तो उसमें राजदूत ने अंत में आपत्तिपत्र (भेजने) के लिए लिखा है। भले ही आपत्तिपत्र नहीं भेजा जाना है।”
आजम खान ने कहा, “शाह महमूद कुरैशी (इमरान की सरकार में विदेश मंत्री) और विदेश सचिव के साथ बैठक करते हैं। शाह महमूद कुरैशी उस पत्र को पढ़ेंगे और जो कुछ भी वह पढ़ेंगे उसे एक प्रति में बदल दिया जाएगा। फिर मैं (इससे) मिनट (लिखित ब्यौरा) तैयार करूंगा कि विदेश सचिव ने इसे तैयार किया है।” पूर्व प्रधान सचिव ने कहा, “लेकिन इसका (साइफर का) यही विश्लेषण होना चाहिए। हम इसका विश्लेषण करेंगे और उसका ब्यौरा तैयार करेंगे, क्योंकि हम चाहते हैं कि यह आधिकारिक रिकॉर्ड बन जाए।” वह बताते हैं कि विश्लेषण का यह निष्कर्ष निकालेगा कि 'यह एक धमकी है। इसे कूटनीतिक भाषा में धमकी कहा जाता है।'
ऑडियो लीक की जांच करेगा खुफिया ब्यूरो
पाकिस्तान के खुफिया ब्यूरो (आईबी) को देश के प्रधानमंत्री के आवास पर हुए सुरक्षा चूक की जांच करने का आदेश दिया गया है। दरअसल, वहां की बातचीत की कई ऑडियो ‘क्लिप’ एक हैकर ने लीक कर दी है। आईबी कई लीक ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल होने के मद्देनजर इस प्रकरण की जांच करेगा। द न्यूज अखबार की खबर के अनुसार, एक हैकर ने न सिर्फ प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, बल्कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिकार्ड की गई बातचीत की ऑडियो क्लिप भी ‘डार्क वेब’ पर बिक्री के लिए डाल दी है। डार्क वेब इंटरनेट का वह हिस्सा है जहां सर्च इंजन के जरिए नहीं पहुंचा जा सकता है।
किन लोगों से हो सकती है पूछताछ?
पाकिस्तान के संघीय गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह का कहना है कि मामले की जांच शुरू हो गई है। अगर पीएम आवास में जासूसी के मकसद से कोई डिवाइस लगाया गया था, तो यह एक संवेदनशील मामला होगा। मामले में गृह मंत्रालय के एक अधिकारी का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास और सचिवालय में बीते छह महीनों के दौरान तैनात हुए स्पेशल ब्रांच के कर्मियों से पूछताछ की जाएगी। इस मामले में साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ कहते हैं कि यहां बात पैसे की नहीं है। और न ही किसी खास पार्टी, संगठन या फिर किसी एजेंसी तक सीमित है। बल्कि यह एक देश के रूप में पाकिस्तान के लिए शर्मिंदा करने वाला मामला है, जिसके लिए न केवल यहां की राजनीतिक पार्टियों और खुफिया एजेंसियों को बल्कि सभी पाकिस्तानियों को भी चिंतित होना चाहिए।