इस्लामाबाद: पाकिस्तान और रूस के शीर्ष सैन्य अधिकारियों की मुलाकात हुई है। मुलाकात के दौरान दोनों देशों ने सुरक्षा एवं रक्षा क्षेत्रों में अपने सहयोग को मजबूत करने का संकल्प लिया है। रूस के उप रक्षा मंत्री कर्नल जनरल अलेक्जेंडर वी फोमिन ने रक्षा संबंधों को बढ़ाने के तरीकों पर विचार करने के लिए पाकिस्तान की तीनों सेनाओं के प्रमुखों से अलग-अलग मुलाकात की है।
रक्षा और सुरक्षा सहयोग को मिलेगा बढ़ावा
पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा ‘इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर)’ की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के साथ बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय सुरक्षा और आपसी हितों के मुद्दे पर चर्चा की, जिसमें द्विपक्षीय रक्षा और सुरक्षा सहयोग को बढ़ाना भी शामिल है।" जनरल मुनीर ने रूस के साथ पारंपरिक रक्षा संबंधों को मजबूत करने के लिए पाकिस्तान की प्रतिबद्धता दोहराई। बयान में कहा गया, ‘‘बैठक में संयुक्त सैन्य अभ्यास और पीएएफ उपकरणों के लिए तकनीकी सहायता के माध्यम से मौजूदा संबंधों को मजबूत करने के नए तरीकों पर भी चर्चा की गई।’’
ब्रिक्स का सदस्य बनना चाहता है पाकिस्तान
इस बीच यहां यह भी बता दें कि, पाकिस्तान ब्रिक्स का सदस्य देश बनने के उतावला नजर आ रहा है। पाकिस्तान ने रूस से अपील की है कि उसे समूह का हिस्सा बनाया जाए। इस संबंध में पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और रूसी संघ परिषद की अध्यक्ष वेलेंटिनी मतविएंको ने एक मुलाकात की, जिसमें ब्रिक्स में एंट्री पाने को लेकर बात हुई है।
यह भी जानें
गौरतलब है कि, पिछले साल पाकिस्तान ने ब्रिक्स सदस्यता के लिए आवेदन किया था, लेकिन उसे कजान में हुई ब्रिक्स बैठक में न्योता नहीं मिला। पाकिस्तान को ना तो सदस्यता दी गई और ना ही डायलॉग पार्टनर का दर्जा प्राप्त हुआ। भारत के विरोध की वजह से पाकिस्तान को ब्रिक्स से बाहर रखा गया है। भारत ब्रिक्स में पाकिस्तान के शामिल होने पर आपत्ति जताता रहा है। (भाषा)
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