शर्मनाक! भारत में खत्म हुई जो बीमारी पाकिस्तान में बनी महामारी, अब नींद से जागी शरीफ सरकार
पाकिस्तान में पोलियो के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। पोलियो के लगातार सामने आ रहे मामलों के चलते पीएम शहबाज शरीफ खुद एक्टिव मोड में हैं। पीएम ने स्वास्थ्य कर्मियों से कहा है कि घर-घर जाकर पोलियो की दवा पिलाएं।
इस्लामाबाद: भारत ने जिस बीमारी पर पहले ही काबू पा लिया है पाकिस्तान अब भी उससे संघर्ष कर रहा है। यह बीमारी है पोलियो। पाकिस्तान में पोलियो के नए मामले सामने आने के बाद शरीफ सरकार ने देशभर में सोमवार को नया टीकाकरण अभियान शुरू किया है ताकि देश के 4.5 करोड़ बच्चों को पोलियो की गिरफ्त में आने से बचाया जा सके। पाकिस्तान में नियमित रूप से टीकाकरण अभियान संचालित किया जाता है लेकिन स्वास्थ्य कर्मियों और उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने वाले पुलिस कर्मियों पर आतंकवादी हमले होते रहते हैं। पाकिस्तान उन गिने चुने देशों में शामिल हैं जहां अब तक पोलिया खत्म नहीं हुआ है।
घर-घर जाकर होगा टीकाकरण
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सलाहकार आयशा रजा फारूक ने बताया कि पोलियो के मामलों में वृद्धि हो जाने के कारण इस साल तीसरी बार टीकाकरण अभियान शुरू किया गया है जो रविवार तक जारी रहेगा। उन्होंने एक बयान में कहा कि इस बार हम पोलियो से लड़ने के लिए और जोर-शोर से अभियान चला रहे हैं। फारूक ने बताया कि पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों को घर-घर जा कर टीकाकरण किया जाएगा तथा उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विटामिन ए की खुराक दी जाएगी।
यहां मिले सबसे अधिक केस
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हाल ही में स्वास्थ्य कर्मियों से मुलाकात की थी और उनसे कहा कि वह घर-घर जाकर पोलियो के लिए टीका लगाएं जिससे कोई भी बच्चा वंचित ना रह सके। फारूक ने बताया कि इस साल अब तक पाकिस्तान के 71 जिलों में पोलियो के 41 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से अधिकतर मामले दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान और दक्षिणी सिंध प्रांत से सामने आए हैं। इसके बाद खैबर पख्तूनख्वा प्रांत और पूर्वी पंजाब प्रांत से मामले सामने आए हैं।
ये तो हाल है
अब आपको बताते हैं कि, पाकिस्तान में पोलियो के नाम पर क्या-क्या होता है। कुछ महीने पहले खैबर पख्तूनवा के बाजौर जिले में पोलियो की दवा पिलाने गई एक टीम पर फायरिंग की गई थी। इसमें एक अधिकार की मौत हो गई थी। पाकिस्तान में कई ऐसे गुट हैं जो पोलियो अभियान के दुश्मन बने हुए हैं। यही कारण है कि पाकिस्तान में अब तक पोलियो को खत्म नहीं किया जा सका है। पाकिस्तान में कई ऐसे लोग हैं जो पोलियो की दवा को इस्लाम से जोड़कर देखते हैं और बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का विरोध करते हैं।
कट्टरपंथियों का विरोध
पाकिस्तान के कट्टरपंथियों का मानना है कि पोलियो की बूंद इंसान को नपुंसक बना देती है। उनका कहना है कि यह मुसलमानों की आबादी कम करने की बड़ी साजिश है। पिछले 12 सालों में पोलियो अभियान में 109 लोगों ने जान गंवाई है। कई लोगों का अपहरण हुआ है। पोलियो अभियान से जुड़े 284 लोगों की पाकिस्तान में हत्या हो चुकी है, इसमें 166 पुलिसकर्मी और 87 हेल्थ वर्कर हैं। (एपी)
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