उत्तर कोरिया ने उसके प्रतिद्वंद्वी दक्षिण कोरिया के साथ अमेरिकी सेना के अभ्यास के विस्तार को लेकर ‘आक्रामक कार्रवाई’ की बृहस्पतिवार को चेतावनी दी। इस बीच उत्तर कोरिया के मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के विशेष प्रतिनिधि उसके (उत्तर कोरिया के) बढ़ते परमाणु खतरे पर सहयोगियों के साथ वार्ता के लिए सोल (दक्षिण कोरिया की राजधानी) पहुंचे हैं। उत्तर कोरिया के बयान से एक दिन पहले ही अमेरिका ने कोरियाई प्राय:द्वीप में संयुक्त सैन्य अभ्यास के लिए परमाणु सक्षम बी 52 बम वर्षक भेजे हैं जो उत्तर कोरिया के विरूद्ध उन दोनों का नवीनतम शक्ति प्रदर्शन है। इस वजह से उत्तर कोरिया के तनाशाह किम जोंग उन भड़क गए हौ।
हालांकि इस अभ्यास के जवाब में किम जोंग उन की ओर से क्य कार्रवाई की जाएगी, इस बारे में कुछ नहीं बताया गया है। उत्तर कोरिया इसे आक्रमण का अभ्यास मानता है। हाल के सप्ताह में उनके बीच शत्रुता बढ़ गयी है, क्योंकि अमेरिका-दक्षिण कोरिया सैन्य अभ्यास तथा उत्तर कोरिया द्वारा अपने हथियारों की जोर आजमाइश तेज हो गयी है। उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार समिति ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ ने कहा कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच सैन्य अभ्यास तथा उन्नत अमेरिकी सैन्य हथियारों की तैनाती से कोरियाई प्रायद्वीप एक ‘ऐसे बारूद की ढेर में तब्दील हो गया है ,जिसमें कभी भी विस्फोट हो सकता है।’’ समाचार समिति ने एक विशेषज्ञ के हवाले से कहा, ‘‘अमेरिका के नेतृत्व में युद्ध प्रशंसकों की भड़काऊ सैन्य कार्रवाई सहिष्णुता की सीमा पार कर गयी है। यह हकीकत, (उत्तर कोरिया की) सैन्य क्षमता से स्पष्ट जवाब की बाट जोह रही है।
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