प्योंगयांग: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन ने महाविनाश को बढ़ावा देने का संकल्प लिया है। जी हां, किम जोंग ने एक सैन्य परेड के दौरान दिए भाषण में देश की परमाणु क्षमता को काफी तेजी से बढ़ाने का संकल्प लिया और किसी देश द्वारा उकसाने पर उसके खिलाफ इसके इस्तेमाल की धमकी भी दी। सरकारी मीडिया ने मंगलवार को यह जानकारी दी। किम के इस बयान से स्पष्ट है कि अमेरिका और अन्य प्रतिद्वंद्वियों से रियायतें हासिल करने के लिए उत्तर कोरिया आगे भी हथियारों का परीक्षण जारी रखेगा।
उत्तर कोरिया ने अपनी सेना की स्थापना की 90वीं वर्षगांठ के अवसर पर सोमवार रात को राजधानी में एक सैन्य परेड निकाली। सरकारी 'कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी' (केसीएनए) ने मंगलवार को एक खबर में बताया कि प्योंगयांग प्लाजा में आयोजित परेड में शामिल हुए लोगों और सैनिकों से किम ने कहा, 'हम अपने देश के परमाणु बलों को अधिकतम गति से मजबूत करने और विकसित करने के उद्देश्य से कदम उठाते रहेंगे।' उन्होंने आगे कहा, 'हमारे परमाणु बलों का मूल लक्ष्य युद्ध को रोकना है, लेकिन अगर हमारी जमीन पर कोई अवांछनीय स्थिति उत्पन्न होती है, तो हमारे परमाणु बलों को युद्ध रोकने के अभियान तक सीमित नहीं रखा जाएगा। अगर किसी भी बल ने, चाहे वह कोई भी हो, हमारे मौलिक हितों का उल्लंघन करने की कोशिश की तो हमारे परमाणु बल निश्चित तौर पर अपने दूसरे मिशन में जुट जाएंगे।'
केसीएनए के अनुसार, परेड में कई आधुनिक हथियारों को प्रदर्शित किया गया, जिसमें से एक मिसाइल संभावित रूप से अमेरिका तक पहुंचने की क्षमता रखती थी। साथ ही टैंक, बख्तरबंद वाहन, तोपखाने और कई रॉकेट लॉन्चर भी परेड में नजर आए। किम ने हाल के महीनों में कई मिसाइल परीक्षण किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि प्रतिबंधों में राहत और अन्य रियायतें हासिल करने के लिए अमेरिका पर दबाव बनाने के मकसद से उत्तर कोरिया ऐसा कर रहा है। उत्तर कोरिया ने इस साल 13 बार हथियारों का परीक्षण किया है, जिसमें एक 'अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल' का परीक्षण भी शामिल है। 2017 के बाद पहली बार इस साल अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया गया था। इनपुट-भाषा
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