काठमांडू। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल प्रचंड ने अपने ही विदेश मंत्री डा. बिमला पौडेल का विदेश दौरा रद्द करते हुए उन्हें एयरपोर्ट से वापस आने को कहा है। नेपाल की विदेश मंत्री डा पौडेल ने आज दोपहर को ही पत्रकार सम्मेलन करते हुए शाम को 6 बजे जिनेवा में आयोजित यूएन के मानवाधिकार काउंसिल के सम्मेलन में जाने की जानकारी दी थी। जीनेवा जाने के लिए नेपाल की विदेश मंत्री एयरपोर्ट पर पहुंची ही थी कि उन्हें सरकार के मुख्य सचिव शंकर दास बैरागी ने फोन कर उनके जिनेवा के कार्यक्रम को रद्द किए जाने की जानकारी दी। मुख्य सचिव ने कहा कि पीएम का निर्देशन है कि वो जिनेवा नहीं जा सकती हैं।
दिन में पत्रकार सम्मेलन में जिनेवा में अपने कार्यक्रम की विस्तार से जानकारी देने वाली विदेश मंत्री पौडेल ने शाम को एयरपोर्ट से वापस किए जाने पर आश्चर्य व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह उनका अपमान किया गया है। दरअसल नेपाल में सत्तारूढ़ गठबन्धन में दरार आ गया है। ओली के समर्थन से प्रधानमंत्री बनने वाले प्रचंड ने राष्ट्रपति चुनाव में ओली को छोड़ कर अब विपक्षी दल नेपाली कांग्रेस से हाथ मिला लिया है। नेपाल में सत्तारुढ़ गठबन्धन में दरार आने के बाद अब इसका असर दिखने लगा है।
प्रचंड ने शुरू की सख्ती
सरकार में सहभागी ओली की पार्टी के मंत्रियों के साथ प्रचंड ने सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है। पहले तो ओली की पार्टी से सरकार में नेतृत्व करने वाले उपप्रधानमंत्री तथा वित्त मंत्री को शनिवार को ही भारत दौरे के बीच ही वापस बुला लिया है और आज ओली की पार्टी से ही विदेश मंत्री बनी डा बिमला पौडेल को एयरपोर्ट से वापस बुला कर उनके विदेश दौरे को रद्द कर दिया है। नेपाल के वित्त मंत्री विष्णु पौडेल बेंगलुरु में हुए जी 20 देशों के वित्त मंत्रियों के सम्मेलन में सहभागी थे, उसी समय काठमांडू में गठबन्धन टूट गया और उनको तत्काल वापस होने के लिए कह दिया गया।
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