नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ चीन के दौरे से वापस लौट आए हैं। उन्होंने शनिवार को कहा कि हाल में संपन्न उनकी चीन यात्रा से काठमांडू-बीजिंग के बीच विश्वास का महौल मजबूत हुआ है और दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंध और गहरे हुए हैं। चीन से लौटने पर काठमांडू के त्रिभुवन हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में प्रचंड ने कहा कि उनकी चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और अपने चीनी समकक्ष ली क्विंग से हुई बातचीत से नेपाल-चीन संबंधों को नयी ऊंचाई पर ले जाने में मदद मिली है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘उच्चस्तरीय बैठकों के दौरान चीन के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने भरोसा दिया कि नेपाल से पूर्व में किए गए समझौतों को तेजी से लागू किया जाएगा। चीन के अधिकारियों ने नेपाल और चीन के बीच सभी व्यापार मार्गों को दोबारा खोलने पर सहमति जताई, जिन्हें कोरोना महामारी के दौरान बंद कर दिया गया था।’’ प्रचंड के नेतृत्व में चीन गया नेपाली प्रतिनिधिमंडल शनिवार दोपहर को चेंगदू शहर से काठमांडू लौटा।
नेपाल-चीन के बीच इस शहर से शुरू होगी सीधी उड़ान
प्रचंड संयुक्त राष्ट्र महासभा की वार्षिक बैठक में शामिल होने के लिए 23 सितंबर को काठमांडू से न्यूयॉर्क के लिए रवाना हुए थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि पोखरा हवाई अड्डे के नियमित परिचालन को लेकर चीन के अधिकारियों से अहम चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि कुछ तैयारियों के बाद पोखरा से चीन के चेंगदू शहर के लिए सीधी उड़ान शुरू की जाएगी। इससे नेपाल और चीन के यात्रियों को एक दूसरे के देश में आना-जाना आसान हो जाएगा। इससे व्यापार को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। (भाषा)
यह भी पढ़ें
वाशिंगटन से जयशंकर ने फिर लताड़ा, कहा-आतंकियों के प्रति उदार है कनाडा; दूसरे देश भी होते तो बर्दाश्त नहीं करते
पूर्वी एशिया और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अब नहीं चलेगी चीन की दादागिरी, जयशंकर ने अमेरिका के रक्षामंत्री के साथ बनाई रणनीति
Latest World News