गाजा में अब तक मारे गए 40,000 से अधिक फलस्तीनी, जानें कितनी है घायलों की संख्या
इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। बीते साल हुए आतंकी हमले के बाद से इजराइल ने गाजा में ताबड़तोड़ हमले किए हैं। इन हमलों में 40 हजार से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं।
दीर अल-बलाह: गाजा में इजराइल और हमास के बीच युद्ध में अब तक 40 हजार से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं। इस क्षेत्र के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। हमास द्वारा संचालित गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि क्षेत्र में इजराइल के हमले में 92,401 लोग घायल हुए हैं और 85 प्रतिशत से अधिक आबादी अपने घर छोड़कर विस्थापित हो गई है। गौरतलब है कि स्वास्थ्य मंत्रालय मृतकों की संख्या की गणना में नागरिकों और उग्रवादी लड़ाकों के बीच अंतर नहीं करता है। यह घोषणा युद्ध में संघर्ष विराम के लिए अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों की ओर से एक और प्रयास के दौरान की गई है।
ऐसे शुरू हुई जंग
युद्ध अब 11वें महीने में प्रवेश कर चुका है। युद्ध की शुरुआत बीके साल सात अक्टूबर को तब हुई थी जब हमास के नेतृत्व वाले आतंकवादियों ने दक्षिणी इजराइल पर हमला किया, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए (जिनमें से अधिकांश नागरिक थे) और लगभग 250 लोगों को बंधक बनाकर गाजा लाया गया। इजराइल का कहना है कि 111 बंधकों को रिहा नहीं किया गया, जिनमें जान गंवाने वाले 39 बंधक शामिल हैं। बंधकों में 15 महिलाएं और पांच साल से कम उम्र के दो बच्चे शामिल हैं।
मलबे में दबे हैं शव
मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को मृतकों पर अपनी नवीनतम विस्तृत रिपोर्ट में कहा कि 40,005 लोग मारे गए हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों और नागरिक सुरक्षा कर्मियों का कहना है कि वास्तविक संख्या हजारों में होने की संभावना है, क्योंकि हवाई हमलों में नष्ट हुई इमारतों के मलबे के नीचे कई शव दबे हुए हैं। गाजा में इजराइल का हवाई और जमीनी हमला हाल के इतिहास में सबसे विनाशकारी सैन्य अभियानों में से एक रहा है।
हमास को खत्म करना है लक्ष्य
इजराइल का कहना है कि उसका लक्ष्य हमास को खत्म करना है। वह नागरिकों की मौत के लिए हमास को दोषी ठहराता है। इजराइल के अनुसार, आतंकवादी नागरिक क्षेत्रों में रहकर काम करते हैं और उन्होंने उनके नीचे व्यापक सुरंग नेटवर्क बनाए हैं। इजराइली सेना नियमित रूप से मस्जिदों, स्कूलों, अस्पतालों और कब्रिस्तानों को निशाना बनाती है जहां उसका दावा है कि लड़ाके या सुरंगें स्थित हैं।
अकाल का खतरा
इजराइल के हमलों में अक्सर नागरिक हताहत होते हैं। इस युद्ध में 329 इजराइली सैनिक भी मारे गए हैं। इजराइली सेना का दावा है कि गाजा में मारे गए लोगों में लगभग 15,000 हमास लड़ाके शामिल हैं, लेकिन उसने इसके समर्थन में कोई सबूत नहीं दिया है। गाजा के 23 लाख लोगों में से लगभग 85 प्रतिशत लोगों को उनके घरों से निकाल दिया गया है, वो जमीनी हमलों से बचने के लिए कई बार क्षेत्र में इधर-उधर भाग रहे हैं। युद्ध के दौरान इजराइल के भीतर और दक्षिणी लेबनान में भी हजारों लोग विस्थापित हुए हैं। इस हमले से गाजा में व्यापक मानवीय संकट पैदा हो गया है। भूख का आकलन करने वाले एक अग्रणी प्राधिकरण की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, पूरे क्षेत्र में अकाल का खतरा अधिक है और आशंका है कि 495,000 से अधिक लोग अगले कुछ महीनों में भूख के सबसे गंभीर स्तर का अनुभव कर सकते हैं। (एपी)
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