जानिए सऊदी अरब ने ऐसा क्या कह दिया कि कर्ज मांगने वाले पाकिस्तान की बढ़ गई धड़कनें, पढ़िए डिटेल
सऊदी अरब ने एक ऐसा बयान दे दिया है, जिससे कर्ज मांगने वाले पाकिस्तान की धड़कनें और बढ़ गई हैं। सऊदी अरब ने कहा, 'हम विकास के लिए देशों को सहायता देने के अपने तरीके को बदल रहे हैं।
पकिस्तान कंगाली की हालत से गुजर रहा है।हालात यह हो गए हैं कि रोटियों के लिए गोलियां चल रही हैं। लोग मरने मारने पर उतारू हो गए हैं। ऐसे में पाकिस्तान दुनिया के देशों से कटोरा लेकर कर्ज की भीख मांगने पर मजबूर है। पाकिस्तान का ऐसे समय में सऊदी अरब ने साथ दिया है और मदद की है। लेकिन अब सऊदी अरब ने एक ऐसा बयान दे दिया है, जिससे कर्ज मांगने वाले पाकिस्तान की धड़कनें और बढ़ गई हैं।
किसी भी देश को बिना शर्त आर्थिक मदद नहीं करेगा सऊदी अरब
दरअसल, सऊदी अरब आर्थिक बदहाली से जूझते पाकिस्तान के लिए अरबों डॉलर लॉन और निवेश की घोषणा कर चुका है। पाकिस्तान के लिए यह राहत की खबर रही है लेकिन अब समय बदलने वाला है। सऊदी अरब ने साफ साफ कहा है कि वो दिन अब गए जब वह देशों को बिना किसी शर्त के आर्थिक मदद देता था। अब वो किसी भी देश को बिना शर्त लोन नहीं देगा और न ही देशों के बैंकों में अपने पैसे बिना शर्त जमा करेगा। इस खबर से पाकिस्तान की नींद उड़ गई है। दरअसल, सऊदी अरब ही ऐसा देश है जो पाकिस्तान को बिना शर्त मदद करता रहा है।
दावोस में सऊदी अरब के वित्त मंत्री ने की ये घोषणा
सऊदी के वित्त मंत्री मोहम्मद अल-जादान ने स्विट्जरलैंड के दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए सऊदी यह कदम उठा रहा है। उन्होंने कहा, 'हम विकास के लिए देशों को सहायता देने के अपने तरीके को बदल रहे हैं। हम बिना किसी शर्त के सीधे लोन और जमा राशि देते थे लेकिन अब हम इसे बदल रहे हैं। हम बहुपक्षीय संस्थानों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं ताकि हम यह कह सकें कि हमें अपने आर्थिक मदद देने के तरीकों में बदलाव करने की जरूरत है।'
सऊदी अरब दुनिया का सबसे बड़ा तेल उत्पादक देश है। यह अमीर देश र्क देशों खासकर खाड़ी देशों को लंबे समय से आर्थिक मदद देता आया है। वह इन जरूरतमंद देशों को अरबों डॉलर का कर्ज देता है। साथ ही इन देशें की बैंकों में डॉलर भी जमा करता है। लेकिन अब सऊदी अरब का यह बयान कि वह बिना शर्त कर्ज नहीं देगा और बैंकों में धनराशि जमा नहीं करेगा। इस बयान से पाकिस्तान जैसे कर्ज मांगने वाले देशों की नींद उड़ गई है। पहले ही बदहाल हो रहा पाक अब सऊदी अरब की इस घोषणा से सिहर उठा है।
सऊदी अरब ने क्यों की ऐसी घोषणा?
सऊदी अरब के राजस्व में पिछले साल गिरावट देखी गई जिसके बाद सरकार को कर्ज देने की अपनी स्थिति में सुधार की आवश्यक्ता पड़ी है। सऊदी अरब सालों तक मिस्र का सबसे बड़ा आर्थिक मददगार रहा है और पांच सालों पहले इसने बहरीन को भी आर्थिक संकट से निकाला था। अब सऊदी अरब पाकिस्तान की मदद के लिए अरबों डॉलर दे रहा है। उसने हाल ही में घोषणा की है कि वो पाकिस्तान में अपना निवेश बढ़ाकर 10 अरब डॉलर करने वाला है।
लॉन्ग टर्म की सोचकर यह घोषणा कर रहा सऊदी अरब!
सऊदी अरब को मालूम है कि आने वाले समय में ईंधन की खपत कम हो जाएगी। जिस तरह से दुनिया बदल रही है और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल, सोलर, विंड और हाईड्रो एनर्जी का उपयोग हर नए दिन के साथ बढ़ता जा रहा है। ऐसे में वह भविष्य की स्थितियों को देखते हुए नई रणनीतियों को अमल में लाने की दिशा में काम कर रहा है।