North Korea: अंतरिक्ष में जासूसी उपग्रह तैनात करने की कोशिश पर फिरा पानी, किम ने कहा 'हार नहीं मानी...'
अंतरिक्ष में जासूसी उपग्रह तैनात करने की उत्तर कोरिया की कोशिश पर पानी फिर गया है। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है।
सियोल: उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने सैन्य वैज्ञानिकों से उपग्रह प्रक्षेपण में मिली असफलता से उबरने और अंतरिक्ष में अपनी टोही क्षमताओं को विकसित करने का आग्रह किया है। देश की मीडिया ने बुधवार को इस बारे में जानकारी दी है। किम ने उपग्रह परियोजना को अमेरिका और दक्षिण कोरियाई सैन्य गतिविधियों का मुकाबला करने में बेहद महत्वपूर्ण करार दिया है। उत्तर कोरिया का यह प्रक्षेपण ऐसे वक्त में विफल हुआ है जब दक्षिण कोरिया, चीन और जापान के नेताओं ने चार साल से अधिक समय बाद पहली त्रिपक्षीय बैठक के तहत सियोल में मुलाकात की है।
फेल हो गया था उत्तर कोरिया का मिशन
उत्तर कोरिया का उपग्रह प्रक्षेपण मिशन सोमवार को असफल हो गया था। उत्तर कोरिया के दूसरे सैन्य टोही उपग्रह ले जाने वाले रॉकेट में प्रक्षेपण के तुरंत बाद विस्फोट हो गया था, जिसके बाद किम ने देश के रक्षा विज्ञान अकादमी का दौरा किया। उत्तर कोरिया के एयरोस्पेस प्रौद्योगिकी प्रशासन के मुताबिक विस्फोट संभवतः नए विकसित किए गए रॉकेट इंजन के कारण हुआ। इस रॉकेट में तरल ऑक्सीजन और पेट्रोलियम ईंधन के तौर पर इस्तेमाल किया गया था। इस प्रक्षेपण के असफल रहने से इस वर्ष तीन और सैन्य जासूसी उपग्रहों को प्रक्षेपित करने की किम की योजना को तगड़ा झटका लगा है। उत्तर कोरिया ने पहला सैन्य जासूसी उपग्रह पिछले वर्ष नवंबर में कक्षा में स्थापित किया था।
दक्षिण कोरिया पर भड़का उत्तर कोरिया
उत्तर कोरिया के उपग्रह प्रक्षेपण मिशन से पहले दक्षिण कोरिया ने अंतर-कोरियाई सीमा के निकट 20 लड़ाकू विमानों के साथ अभ्यास किया था। इसके बाद किम जोंग उन ने मंगलवार को एक भाषण में दक्षिण कोरिया के इस कदम के खिलाफ 'कड़ी' कार्रवाई की चेतावनी भी दी थी। उत्तर कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी 'कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी' की खबर के मुताबिक किम ने दक्षिण कोरिया के इस अभ्यास को 'उन्मादी पागलपन' और 'नजरअंदाज नहीं करने योग्य खतरनाक उकसावे' वाला कदम करार दिया था। (एपी)
यह भी पढ़ें:
Israel Hamas War: रफह में इजराइली सेना बरसा रही है बम और बारूद, 37 लोगों की हुई मौत