इजरायल और हमास के बीच गाजा में युद्ध पिछले चार महीने से ज्यादा समय से चल रहा है। गाजा पट्टी को इजरायली सेना चारों तरफ से घेरकर हमास के लड़ाकों पर हमले कर रही है। इस बीच इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा से हटने या हजारों आतंकवादियों की रिहाई से साफ इनकार कर दिया है। नेतन्याहू ने मंगलवार को कहा कि गाजा से कोई सैन्य वापसी नहीं होगी। जेल में बंद हजारों आतंकवादियों की रिहाई भी नहीं की जाएगी।
हमास ने रखी हैं ये दो प्रमुख मांगें
दरअसल, सीजफायर के लिए हमास ने इजरायल के सामने दो प्रमुख मांगे रखी है। हमास का कहना है कि अगर इजरायल की सेना गाजा से वापस लौट जाए और उसके लड़ाकों को जेल से छोड़ दिया जाए तो संघर्ष विराम किया जा सकता है। ये बातें हमास ने संघर्ष विराम वार्ता में कही थी।
पीएम नेतन्याहू ने खाई ये कसम
इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में एक कार्यक्रम के दौरान नेतन्याहू ने एक बार फिर कसम खाई कि हमास पर पूर्ण विजय के बिना युद्ध समाप्त नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हम अपने सभी लक्ष्यों को हासिल किए बिना इस युद्ध को समाप्त नहीं करेंगे। हम गाजा पट्टी से इजरायली सेना को नहीं हटाएंगे और हजारों आतंकवादियों को रिहा नहीं करेंगे।
इजरायली सेना की बनाई नई रणनीति
वहीं, गाजा में चल रहे इजरायल-हमास संघर्ष के बीच इजरायली सेना की नई रणनीति सामने आई है। इजरायली सेना ने नागरिकों और चिकित्सा कर्मचारियों के भेष में कब्जे वाले वेस्ट बैंक क्षेत्र में एक अस्पताल में धावा बोल दिया और कथित तौर पर 3 हमास आतंकवादियों को मार डाला। ऐसा कहा जा रहा है कि हमले के समय हमास समूह से जुड़े आतंकवादी वहां सो रहे थे।
युद्ध में अब तक 26,751 फिलिस्तीनी मारे गए
बता दें कि हमास ने 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजरायल में ताबड़तोड़ रॉकेट दागे थे। इसके बाद गाजा पट्टी पर इजरायल की जवाबी कार्रवाई शुरू हो गई। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 7 अक्टूबर से गाजा पर इजरायली हमलों में कुल 26,751 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 65,636 घायल हुए हैं। मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटों में लगभग 114 फिलिस्तीनी मारे गए और 249 घायल हुए।
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