यूक्रेन-रूस युद्ध और गाजा में इजराइल-हमास की लड़ाई के बीच अब दुनिया के ध्यान उत्तर कोरिया की तरफ जा रहा है। दरअसल, उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की हालिया कार्रवाइयों से उनकी सैन्य महत्वाकांक्षाओं पर नई बहस छिड़ गई है जिसमें उन्होंने दक्षिण कोरिया से सुलह या फिर से एकजुट होने संबंधी अटकलों को खारिज कर दिया। केसीएनए की रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में एक राजनीतिक कार्यक्रम में किम जोंग ने स्पष्ट था कि उत्तर कोरिया युद्ध की इच्छा नहीं रखता है, लेकिन इससे पीछे भी नहीं हटेगा। युद्ध शुरू होने पर उनका लक्ष्य दक्षिण कोरिया पर कब्जा करने का है।
किम जोंग उन बढ़ा रहा सैन्य शक्तियां
किम जोंग उन की राजनीतिक और सैन्य महत्वाकांक्षाओं पर इसलिए बल मिलता है क्योंकि उत्तर कोरिया ने हाल के समय के दौरान के अत्याधुनिक और लंबी दूरी की मिसाइल परीक्षण किया है। किम जोंग लगातार अपनी सैन्य शक्तियां बढ़ा रहा है। किम के खतरनाक मंसूबे के बारे में अंतरराष्ट्रीय समुदाय टेंशन में है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
सांगजी विश्वविद्यालय में सैन्य अध्ययन के प्रोफेसर चोई गि-इल ने एक समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि अब उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच युद्ध होने की सबसे अधिक संभावना है। अगर भविष्य में उत्तरी कोरिया कोई उकसावे वाली हरकत करता है तो बड़ी संख्या में नागरिक और सैन्यकर्मी हताहत हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में दक्षिण कोरिया हवाई हमले कर सकता है।
कई लोगों का मानना है कि किम जोंग, दक्षिण कोरिया और अमेरिका के साथ संघर्ष से अपने शासन के लिए अस्तित्व संबंधी खतरे से अवगत हैं। इसके बजाय वे सीधे युद्ध में उतरे बिना तनाव बढ़ाने की तैयारी का संकेत दे रहे हैं। क्यूंगनाम यूनिवर्सिटी के सुदूर पूर्वी अध्ययन संस्थान के यूल-चुल लिम के अनुसार, तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए गलतफहमी और आकस्मिक संघर्ष की संभावना अधिक है।
किम ने दी थी ये चेतावनी
बता दें कि अभी हाल में उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन, सतह से समुद्र में मार करने वाली एक नयी मिसाइल के परीक्षण के दौरान मौजूद रहे और उन्होंने चेतावनी दी कि उनका देश प्रतिद्वंद्वी दक्षिण कोरिया के साथ लगती विवादित समुद्री सीमाओं पर अधिक आक्रामक सैन्य रुख अपनाएगा।
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