दुबई: ईरान ने अपने राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के बाद भी परमाणु कार्यक्रमों को नहीं रोका है, बल्कि कार्यों में और तेजी दिखाई है। संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था (आईएईए) की एक रिपोर्ट ने अमेरिका समेत दुनिया के अन्य देशों की भी नींद उड़ा दी है। आईएईए ने शुक्रवार को कहा कि ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम को लेकर आलोचना का सामना करने के बाद उन्नत सेंट्रीफ्यूज लगाना शुरू किया है और आगामी हफ्तों में अन्य को भी लगाये जाने की योजना है। वहीं, अमेरिका ने इस कदम को परमाणु खतरा बढ़ाने वाला कदम बताया है।
नये सेंट्रीफ्यूज लगाये जाने से ईरान के परमाणु कार्यक्रम में और तेजी आएगी, जो पहले से यूरेनियम का संवर्द्धन कर उसे आयुध स्तर का बना चुका है और कई परमाणु आयुध बनाने के लिए इसका पर्याप्त भंडारण कर चुका है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) की स्वीकारोक्ति में, ईरान के अधिक संवर्द्धन करने की योजना का कोई संकेत नहीं मिला है। आईएईए ने कहा कि इसके निरीक्षकों ने सोमवार को सत्यापित किया कि ईरान ने अपने नतांज संवर्द्धन केंद्र में उन्नत आईआर-4 और आईआर-6 सेंट्रीफ्यूज के तीन ‘कासकेड’ में यूरेनियम भरना शुरू कर दिया है।
कासकेड में भरा जा रहा यूरेनियम
खबर के अनुसार ईरान ने कासकेड में यूरेनियम भी भरना शुरू कर दिया है। बता दें कि कासकेड, सेंट्रीफ्यूज का एक समूह है जो यूरेनियम के संवर्द्धन में तेजी लाता है। ईरान ने उन कासकेड में यूरेनियम का अब तक दो प्रतिशत शुद्धता के साथ संवर्द्धन किया है। ईरान ने यूरेनियम का 60 प्रतिशत तक संवर्द्धन किया है जो आयुध निर्माण के स्तर 90 प्रतिशत से कुछ ही कम है। ईरान की योजना नतांज में आईआर-2एम सेंट्रीफ्यूज के 18 और फोर्दो परमाणु स्थल पर आईआर-6 सेंट्रीफ्यूज के आठ कासकेड स्थापित करने की है। इसबीच, अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, ‘‘ईरान की योजना अपने परमाणु कार्यक्रम में इस तरह से तेजी लाने की है कि जिसका कोई विश्वसनीय शांतिपूर्ण उद्देश्य नहीं है। यदि ईरान इन योजनाओं को लागू करता है तो हम उसका उपयुक्त जवाब देंगे। (एपी)
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