ईरान में इन दिनों महिलाएं अपने बाल काट रही हैं और हिजाब जला रही हैं। दरअसल, ये उनके विरोध का तरीका है। बताया जा रहा है कि हिजाब को लेकर पुलिस कस्टडी में हुई एक लड़की की मौत के बाद वहां की महिलाएं और लड़कियां सड़कों पर उतर गई हैं और प्रदर्शन कर रही हैं। ईरान में दो तरह से विरोध किया जा रहा है। एक विरोध सड़कों पर हो रहा है, जहां महिलाएं अपना हिजाब जला रही हैं। तो वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर एक तरह का विरोध देखने को मिल रहा है, जिसमें ईरान की लड़कियां और महिलाएं अपने बाल काट कर वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर डालकर विरोध दर्ज करा रही हैं। हालांकि, सड़कों पर प्रदर्शन कर रही प्रदर्शनकारी महिलाओं पर पुलिस ने गोलीबारी की, जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई और 80 से ज्यादा घायल हुए हैं। प्रदर्शनों की शुरुआत देश के पश्चिमी हिस्से से हुई थी। ये वो इलाका है, जिसे कुर्दिस्तान भी कहा जाता है।
किसके खिलाफ लगाए जा रहे नारे?
प्रदर्शनकारी देश के सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातुल्लाह अली खामनेई के खिलाफ भी नारेबाजी कर रहे हैं। जिसके चलते उनपर पुलिस ने गोलीबारी की। इस देश में चुनाव होते हैं और लोकतांत्रिक व्यवस्था भी है, लेकिन बावजूद इसके सभी अहम फैसले खामनेई लेते हैं। यहां की सरकार के लिए एक हैरान करने वाली बात ये भी है कि महिलाओं के साथ पुरुष भी बढ़ चढ़कर इन प्रदर्शनों में हिस्सा ले रहे हैं। कुर्द आबादी वाले इलाकों में सुरक्षाबलों की लोगों के साथ झड़प होने की खबर आई हैं। मृतका माहसा के शहर में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी की है। उनके अंतिम संस्कार के बाद प्रदर्शनकारी गवर्नर हाउस के बाहर एकत्रित हुए थे। जहां सुरक्षाकर्मियों ने उनपर गोलियां चलाना शुरू कर दिया।
250 से ज्यादा लोग गिरफ्तार किए गए
पुलिस ने प्रदर्शनों को रोकने के लिए कुर्द आबादी वाले इलाकों से सोमवार को 250 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। सुरक्षाबल प्रदर्शन करने वाले लोगों के खिलाफ ऑपरेशन चला रहे हैं। इनके घरों पर छापेमारी की जा रही है। इस ऑपरेशन में ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड भी शामिल हैं। एक कुर्द कार्यकर्ता ने बताया कि सुरक्षाबल उन लोगों को निशाना बना रहे हैं, जो कुर्दों के लिए काम करते हैं। बावजूद इसके जब तक माहसा को इंसाफ नहीं मिल जाता, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा।
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